जयपुर, 12 फरवरी। जयपुर विकास प्राधिकरण जोन-4 में लाल बहादुर नगर, दुर्गापुरा के भूखण्ड संख्या-एफ-18 में व्यवसायिक प्रयेाजनार्थ बने बेसमेन्ट$ग्राउण्ड $ 02 मंजिला अवैध बिल्डिंग की नियमानुसार पुख्ता सीलिंग की कार्यवाही की गई। जोन-14 में ग्राम बड़ी का बास, बिलवा कलां में जेडीए की बिना अनुमति स्वीकृति के व्यवसायिक प्रयोजनार्थ निर्माणाधीन 08 अवैध विला/डूप्लेक्सों के ध्वस्तीकरण की कार्यवाही की गई। जोन-11 में निजी खातेदारी करीब 35 बीघा कृषि भूमि पर नवीन अवैध कॉलोनी को पूर्णतः ध्वस्त किया गया।
महानिरीक्षक पुलिस श्री कैलाश चन्द्र विश्नोई ने बताया जोन-04 के क्षेत्राधिकार में अवस्थित लाल बहादुर नगर, दुर्गापुरा के भूखण्ड संख्या-एफ-18 में व्यवसायिक प्रयोजनार्थ बेसमेन्ट $ ग्राउण्ड फ्लोर $ 02 मंजिला अवैध निर्माण किये जाने पर निर्माणकर्ता को धारा 32, 33 जेडीए एक्ट के तहत नोटिस जारी कर अवैध निर्माण हटाने हेतु पाबंद किया गया था। परन्तु निर्माणकर्ता द्वारा अवैध निर्माण नहीं हटाने पर सक्षम स्तर से स्वीकृति प्राप्त कर धारा 34 (क) का नोटिस जारी कर आज दिनांक 12.02.2025 को उक्त अवैध बिल्डिंग के प्रवेष द्वारों इत्यादि को इंजीनियरिंग शाखा की मदद से ईंटों की दीवारों से चुनवाकर गेट, शटर पर ताला सील चपडी लगाकर नियमानुसार पुख्ता सीलिंग की कार्यवाही की गई।
जेडीए द्वारा जोन-14 के क्षेत्राधिकार में अवस्थित ग्राम बड़ी का बास, बिलवा कलां, जिला जयपुर के खसरा नं. 98 पर जेडीए की बिना अनुमति व स्वीकृति के व्यवसायिक प्रयोजनार्थ 08 अवैध विला/डूप्लेक्सों का अवैध निर्माण किये जाने की सूचना प्राप्त होने पर आज जोन-14 के राजस्व व तकनीकी स्टॉफ की निशादेही पर प्रवर्तन दस्ते द्वारा जेसीबी मषीन व मजदूरों की सहायता से ध्वस्त किया गया।
जेडीए द्वारा जोन-11 के क्षेत्राधिकार में अवस्थित ग्राम पवालियां, तहसील सांगानेर, जिला जयपुर में करीब 35 बीघा निजी खातेदारी कृषि भूमि पर जेडीए की बिना स्वीकृति-अनुमोदन के एवं बिना भू रूपान्तरण करवायें भूमि को समतल कर ‘‘वृन्दावन सिटी’’ के नाम से बनाई गई मिट्टी-ग्रेवल सड़कें, बाउण्ड्रीवाल, 06 अवैध विला व अन्य अवैध निर्माण कर नवीन अवैध कॉलोनी बसाने की सूचना प्राप्त होने पर आज जोन-11 के राजस्व व तकनीकी स्टॉफ की निशादेही पर प्रवर्तन दस्ते द्वारा जेसीबी मषीन व मजदूरों की सहायता से ध्वस्त किया जाकर नवीन अवैध कॉलोनी बसाने के प्रयास को विफल किया गया। उक्त कार्यवाहियां मुख्य नियंत्रक प्रवर्तन आदर्ष चौधरी के पर्यवेक्षण में उपनियंत्रक प्रवर्तन-प्रथम, चतुर्थ, प्रवर्तन अधिकारी जोन-04, 14, 11 तथा प्राधिकरण में उपलब्ध जाप्ते, लेबर गार्ड एवं जोन में पदस्थापित राजस्व व तकनीकी स्टॉफ की निशादेही पर प्रवर्तन दस्ते द्वारा सम्पादित की गई।
