केंद्रीय राज्यमंत्री जयंत चौधरी ने कांवड़ मार्ग के ढाबों और खाने-पीने की दुकानों पर दुकानदारों के नाम लिखे जाने के फैसले पर तीखी प्रतिक्रिया में कहा है कि अब क्या कुर्ते पर भी नाम लिखवाना शुरू कर दें। रालोद सुप्रीमो भोपा के यूसुफपुर जाते समय वहलना बाईपास के निकट पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
रालोद सुप्रीमो एवं केंद्रीय राज्य मंत्री जयंत चौधरी ने कहा कि सरकार ने नाम प्रदर्शित करने वाला फैसला ज्यादा समझकर नहीं लिया। अब फैसला हो गया है तो इस पर टिक रहे हैं। जाति और धर्म की पहचान कर कोई सेवा नहीं लेता। सेवादारों का आशीर्वाद लेकर ही कांवड़िये आगे बढ़ते हैं। कभी-कभी सरकार में ऐसे फैसले हो जाते हैं। अभी भी समय है, इसे वापस ले सकते हैं।
एक तरीका यह है कि इस पर ज्यादा जोर नहीं दिया जाए। वह देख रहे हैं कि बहुत ज्यादा जोर पुलिस-प्रशासन की ओर से नहीं दिया जा रहा है। जो अपनी पसंद से लगा रहे हैं, वह लगा लें। कांवड़ियों की सेवा में सभी लोग लगते हैं। मामले को धर्म और जाति से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए।
जयंत ने कहा कि खाद्य पदार्थ बनाने की शुद्धता को देखा जाना चाहिए, किसके हाथ से बन रहा है, इसका कोई मतलब नहीं है। मुस्लिम समाज के लोग शाकाहारी भी हैं और हिंदू समाज के लोग मीट खाने वाले भी हैं। उन्होंने टायर पंक्चर की दुकान पर नाम लिखाने के सवाल पर कहा कि कहां-कहां लिखवाओगे। किससे हाथ मिलाना है या किसे गले लगाना है, यह सभी स्वयं तय करते हैं।