नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल लाल नेहरू पर इस बात के लिए हमला बोला कि उन्होंने भारतीयों को आलसी बताया था. उन्होंने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा, “15 अगस्त को लालकिले से प्रधानमंत्री नेहरू ने कहा था कि ‘हिंदुस्तान में काफी मेहनत करने की आदत आमतौर पर नहीं है. हम इतना काम नहीं करते जितना यूरोप, जापान, चीन, रुस और अमेरिका वाले करते हैं. यह न समझिए कि वो कौमें कोई जादू से खुशहाल हो गईं, वो मेहनत से और अक्ल से हुई हैं’. नेहरू जी कि भारतीयों के प्रति सोच थी की भारतीय कम अक्ल के लोग होते हैं.”
पीएम मोदी यहीं नहीं रुके. उन्होंने देश की पहली महिला प्रधानमंत्री दिवंगत इंदिरा गांधी पर भी निशाना साधा और कहा कि उनकी प्रवृत्ति भी अपने पिता पंडित नेहरू की तरह ही थी. उन्होंने कहा, इंदिरा गांधी ने लालकिले से कहा था, दुर्भाग्यवश हमारी आदत ये है कि जब कोई शुभ काम पूरा होने को होता है तो हम आत्मसंतुष्टि की भावना से ग्रस्त हो जाते हैं और जब कोई कठिनाई आ जाती है तो हम नाउम्मीद हो जाते हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस का विश्वास हमेशा एक परिवार पर रहा है. एक परिवार के आगे न कुछ सोच सकते हैं और न ही कुछ देख सकते हैं.” पीएम मोदी ने नेहरू के जिस भाषण का जिक्र किया है, वो उन्होंने 15 अगस्त 1959 को लालकिले से दिया था.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस समेत विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए सोमवार को लोकसभा में कहा कि विपक्ष ने लंबे समय तक सत्ता से बाहर रहने का संकल्प लिया है. उन्होंने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए यह भी कहा कि आज विपक्ष की जो हालत है उसकी सबसे ज्यादा दोषी कांग्रेस है.
प्रधानमंत्री का कहना था कि कांग्रेस विपक्षी दल के रूप में अपना दायित्व निभाने में विफल रही तथा दूसरे विपक्षी दलों को उभरने का मौका नहीं दिया. उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, “विपक्ष ने जो संकल्प लिया है, उसकी सराहना करता हूं, उनके भाषण से यह संकल्प पक्का हो गया है कि उन्हें लंबे समय तक वहीं रहना है.”
पीएम मोदी ने कहा, “आप (विपक्ष) में से बहुत लोग चुनाव लड़ने का हौसला खो चुके हैं, कुछ ने पिछली बार सीट बदली थी और इस बार भी बदलने के प्रयास में हैं.” उन्होंने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा, (मल्लिकार्जुन) खरगे जी एक सदन से दूसरे सदन में चले गए, गुलाम नबी आजाद पार्टी से ही शिफ्ट कर गए…एक ही प्रोडक्ट लॉन्च करने के प्रयास में ‘कांग्रेस की दुकान’ को ताला लगने की नौबत आ गई है.”
प्रधानमंत्री ने उम्मीद जताई कि उनके तीसरे कार्यकाल में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा. उनका कहना था कि कांग्रेस इस तरह से ‘कैंसल कल्चर’ में फंस गई है कि वह देश की सफलताओं को ही ‘कैंसल’ कर रही है.