पिछले 39 वर्षों की तरह 9 अगस्त 2025 को जिम्मी मगिलिगन सेंटर फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट की निदेशक डॉ. जनक पलटा मगिलिगन (जनक दीदी) 40 वां “रक्षा-बंधन” का पावन त्यौहार अपने राखी वाले भाई राजेंद्र ओचानी के साथ सनावदिया में अपने घर गिरिदर्शन के पीछे दुतनी पर्वत पर पौधारोपण कर मनाएंगी ।
भारतीय त्योहार ,रक्षा- बंधन के दिन बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है, जो भाई-बहन के पवित्र रिश्ते/ बंधन का प्रतीक है । भाई अपनी बहन की रक्षा करने की प्रतिज्ञा लेता है। जनक दीदी इस “रक्षा-बंधन” उत्सव को सभी की रक्षा के लिए पौधरोपण कर मनाती है ।
राखी के दिन पौधरोपण करने की अध्यात्मिक भावनात्मक 39 साल पहले जनक दीदी के साथ इंदौर से दिल्ली मालवा एक्सप्रेस रेल -यात्रा में सहयात्री एक सिन्धी भाई राजेंदर ओचानी दीदी के सेवा कार्यों से प्रेरित हुए ।
वापस आकर उन्हें अपनी पत्नी ज्योति के साथ मिलने जाया करते थे और राखी से सप्ताह पहले उन्होंने दीदी से राखी – बांधने की गुज़ारिश की ,वो बहुत सहजता से मान गयी । लेकिन उनका मुंह माँगा उपहार बहुत असहज था !
राखी के सन्दर्भ में बड़ी सहजता से ज्योति भाभी ने दीदी से पूछा उन्हें सूट ज्यादा पसंद है या साड़ी ? तो इस पर्यावण प्रेमी जनक दीदी राखी के उपहार स्वरुप पेड़ का रोप ही माँगा और कहा ” सूट- साड़ी ,बहन-भाई सभी का एक दिन अंत होता है ” । लेकिन पेड़ हमेशा रहते है हमें प्राणवायु ,छाया, फल देते है ! वही से बरली संस्थान ‘बहाई भवन भमोरी’ के प्रांगण में हम दोनों बहन भी ने मिलकर पहला पौधा रोपा था ,तब से आज तक पेड़ लगाने का सिलसिला जारी है।
इंदौर में उनके राखी-वाले भाई राजेंदर ओचानी और दीदी के चाहने वाले प्रयावर्णप्रेमी साथी भाई- बहन मिल 2011 तक बरली संस्थान में रक्षाबंधन का उत्सव मनाते उसे हरा भरा करते रहे । वहां से सेवानिवृत होकर गाँव सनावादिया निवासी हुई तभी से हर साल 2024 तक वे “रक्षा-बंधन” के पावन अवसर पर गाँव सनावदिया स्थित अपने निवास “गिरिर्शन’ के ठीक पीछे दूतनी पहाड़ी को जन्मदिन और रक्षाबंधन को पौधारोपण कर ही मनाती है। क्योंकि पेड़ ही हमारी और सभी प्राणियों की रक्षा करते!
पेड़ पौधे रहेंगे तो भाई बहन और सृष्टि रहेगी । इस दिन सामूहिक रूप से पेड़-पौधे लगाकर पर्यावरण की रक्षा की जाती है। जनक दीदी के साथ हर साल, वृक्षमित्रों की संख्या बढ़ रही है। जनक दीदी के 40 वें राखी समारोह में उनके गाँव सनावादिया , बिचोली मर्दाना ,इंदौर और राजस्थान से लोगो ने सहमति दी है । इंदौर के प्रसिद्ध कारडीओलोजिस्ट डॉ भारत रावत ,डॉ नीरजा पौराणिक , जैविक सेतु के संस्थापक ग्रीन हीरो अम्बरीश केला , डॉ प्रकाश कौशल ,डॉ दिलीप वाघेला , बहाई समुदाय के परिवार , सोलर ड्रायर वाले वरुण रहेजा , उनके बहुत सारे शिष्य ,युवा , महिलाये , परिवार 60 पौधे
लगाएंगे और हमेशा की तरह बाद में देख भाल करने की जिम्मेवारी सुनिश्चित की गई है
माननीय सम्पादक जी कृपया इस समाचार को अपने प्रतिष्ठित समाचार पत्र में प्रकाशित करने की कृपा करें, बहुत-बहुत धन्यवाद!
