राजस्थान विधानसभा सत्र के दौरान मंगलवार को हवा महल विधायक बालमुकुंद आचार्य ने राजधानी जयपुर में बेलगाम बढ़ रहे ई-रिक्शा के विषय पर सभी का ध्यान खींचा। वे नियम 295 के तहत विशेष उल्लेख प्रस्ताव पर बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने विशेष रूप से शहर के परकोटे इलाके की सड़कों पर ई-रिक्शा के बढ़ते दबाव और उससे राहगीरों और अन्य वाहन चालकों को हो रही परेशानी पर अपनी बात रखी। वहीं उन्होंने ई-रिक्शा चालकों के अवैध रूप से बांग्लादेशी होने की आशंका जताते हुए सरकार से जांच करवाने तक की मांग कर डाली।
बांग्लादेशी भी चला रहे ई-रिक्शा!
हवामहल विधायक बाल मुकुंद आचार्य ने कहा कि एक ही नंबर से कई अवैध ई रिक्शा संचालित हैं और इन ई-रिक्शा संचालकों की पहचान भी की भी कोई व्यवस्था नहीं है। कई बार ई रिक्शा चालकों द्वारा लूटपाट की घटनाएं भी हो चुकी हैं। अंदेशा यह भी है कि ई-रिक्शा संचालकों में अवैध बांग्लादेशी भी हैं। इसके अलावा कई अपराधिक लोग हैं जिनके पास बिना नंबर या एक ही नंबर के बहुत सारे ई-रिक्शा हैं, जो इन्हें किराए पर चलाते हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले दिनों ई-रिक्शा चालकों द्वारा दुकानदारों का सामान लेकर भागने की भी बहुत सारी घटनाएं घटित हो चुकी हैं। वहीं कई ई-रिक्शा तो नाबालिक बच्चों द्वारा भी चलाए जा रहे हैं, जिन पर किसी तरह का नियंत्रण नहीं है।
जनता परेशान, पर्यटन को नुकसान
उन्होंने कहा कि जयपुर के परकोटा बाज़ार में भारी तादाद में ई-रिक्शा संचालित होने से शहर में जाम की स्थिति बनी रहती है। इससे आम जनता को भारी परेशानी हो रही है, साथ ही पर्यटन के क्षेत्र में जयपुर की छवि भी खराब हो रही है। ई-रिक्शा की इतनी भारी तादाद है कि आम जनता सड़क पर पैदल भी नहीं चल सकती
निर्धारित हों रंग और रुट
भाजपा विधायक ने इन बेलगाम हो रहे ई-रिक्शा पर नकेल कसने को लेकर कुछ सुझाव भी दे डाले। उन्होंने सरकार से आग्रह करते हुए कहा कि शहर के सभी ई-रिक्शा संचालकों की बाजार के अनुसार संख्या निश्चित की जाए। इसके अलावा अलग-अलग निर्धारित रूट पर अलग-अलग रंग के ई-रिक्शा संचालित किया जाना सुनिश्चित किया जाए। सभी ई-रिक्शा का रजिस्ट्रेशन हो और चालकों को आईडी कार्ड दिया जाए।
इसके अलावा सभी चालकों को आईडी कार्ड डिस्प्ले के लिए पाबंद किया जाए और यातायात पुलिस को इनके संचालन की मॉनिटरिंग सुनिश्चित करने को कहा जाए। ऐसे कदम उठाने से ई-रिक्शे से होने वाली दुर्घटनाओं में कमी लाने के साथ ही ई-रिक्शा चालकों की आड़ में हो रही अवांछित और अवैध गतिविधियां पर भी रोक लग सकेगी।