Rajasthan News: मुख्य सचिव सुधांश पंत की अध्यक्षता में शुक्रवार को शासन सचिवालय में महिला एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा बैठक हुई. मुख्य सचिव ने बैठक में दिशा निर्देश देते हुए कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों पर पेयजल एवं शौचालयों के निर्माण और बिजली के कनेक्शन करवाने को प्राथमिकता दी जाए. महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा कॉन्फेड से संचालित कार्य को और बेहतर के विकल्प ढूंढे जाए. उन्होंने कहा कि पोषाहार सप्लाई की मात्रा एवं गुणवत्ता सुनिश्चित की जाए. विभागीय योजना के तहत दिए जाने वाले लाभ महिलाओं और बच्चों को पूर्ण पारदर्शिता के साथ दिए जाए.
आंगनबाड़ी में आने वाले बच्चों का तैयार हो ब्यौरा- मुख्य सचिव
मुख्य सचिव ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्र में कार्यरत महिला कार्यकर्ताओं को स्मार्टफोन या टेबलेट दिया जाए, जिससे ऑनलइन मॉनिटरिंग की जा सके. दैनिक समय सारणी को ऑनलाइन लिया जाए. साथ ही प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र द्वारा एक व्हाट्सप्प ग्रुप बनाकर बच्चों के अभिभावकों को उसमें जोड़ा जाए. आंगनबाड़ी में आने वाले बच्चों का डाटा तैयार किया जाए, जिसमें स्वास्थ्य रिकॉर्ड और अभिभावकों का ब्यौरा शामिल हो. उन्होंने निर्देश दिए कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना एक बेहद ही महत्वपूर्ण योजना है. इसकी जागरूकता जन-जन तक पहुंचाई जाए. इस योजना का प्रत्येक योग्य लाभार्थी को लाभ मिले. पीएम जनमन योजना पर भी विशेष ध्यान दिया जाए और आंगनबाड़ी केंन्द्रों को सक्षम बनाया जाए.
उद्यम प्रोत्साहन योजना में ऋण सीमा बढ़ाने के निर्देश
मुख्य सचिव ने महिला एवं बाल विकास विभाग में लंबित डीपीसी का निस्तारण करने के साथ ई-फाइलिंग में औसत निस्तारण समय को और कम करने के लिए कार्य करने के निर्देश भी दिए. उन्होंने उद्यम प्रोत्साहन योजना में ऋण सीमा को बढ़ाया जाने और इसका प्रचार-प्रसार किया जाने पर बल दिया. इसके लिए सफलता की कहानी की किताब प्रकाशित किए जाने के निर्देश दिए, जिससे अधिक से अधिक महिलाएं एवं स्वयं सहायता समूह को प्रेरणा मिले और वह इसका लाभ ले सकें. मुख्य सचिव ने बताया कि प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र में वृक्षारोपण करवाया जाए और जल संरक्षण से सम्बंधित कार्य किए जाएं. आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों को जल संरक्षण, वृक्षारोपण के महत्व के बारे में जानकारी दी जाए. बैठक में शासन सचिव महिला एवं बाल विकास मोहन लाल यादव, निदेशक समेकित बाल विकास सेवाएं ओपी बुनकर, अतिरिक्त निदेशक महिला अधिकारिता बिंदु करुणाकर सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे.