राजस्थान में बीते करीब दो दिन से हो रही तेज बारिश के कारण नदी-नालों में उफान है। टोंक का टोरडी सागर डैम भी ओवरफ्लो हो गया है।
मंगलवार सुबह बांध के बहाव क्षेत्र से निकल रही रोडवेज की बस बह गई है। बस में सवारियां नहीं थीं, लेकिन ड्राइवर लापता है।
वहीं, मौसम केंद्र ने आज भी चार जिलों में बारिश का ऑरेंज और आठ जिलों में येलो अलर्ट जारी किया।भारी बारिश की आशंका के चलते 7 जिलों में आज स्कूलों की छुट्टी है। मारवाड़ रीजन में तेज बारिश के कारण 6 ट्रेनें भी कैंसिल की गईं हैं। जबकि इतनी ही ट्रेनों के रूट को भी डायवर्ट किया गया है।
प्रदेश में बीते करीब 36 घंटे में प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में तेज बरसात के कारण 11 लोगों की मौत हुई है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार राजस्थान में आए लो-प्रेशर सिस्टम का असर आज से खत्म हो जाएगा। ये सिस्टम आगे पाकिस्तान की तरफ चला जाएगा।सवाई माधोपुर जिले के पांवडेरा गांव में गलवान नदी का पानी घुस गया है। इस कारण गांव का संपर्क कट गया है। लोग कंधों पर बाइक लेकर रोड पार कर रहे हैं।
टोंक के टोरडी सागर बांध ओवरफ्लो होने से उसके रपट पर मंगलवार सुबह 4 बजे रोडवेज बस पानी के तेज बहाव में बह गई।
सागर बांध में बही बस के ड्राइवर को रेस्क्यू करने के दौरान उसका हाथ छूट गया और वो बह गया।
टोंक का मोती सागर डैम दो दिन की बारिश से छलक उठा है।
केकड़ी जिले में डाई नदी पर बना लसाड़िया बांध केवल 20 घंटे में लबालब हो गया है। रपट पर पानी की आवक से केकड़ी से जयपुर मार्ग का आवागमन बंद कर दिया गया है।
जैसलमेर में बीते 24 घंटे से रुक-रुककर बारिश हो रही है। यहां के सोनार फोर्ट की एक दीवार का बड़ा हिस्सा ढह गया है।
चंबर नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण मंगलवार सुबह कोटा बैराज के 2 गेट खोले गए हैं। सुबह से करीब 12 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की गई है।
भरतपुर में गंभीर नदी में डूबने से दो बच्चों की मौत हो गई। बच्चों के शव मंगलवार सुबह निकाले गए।
जैसलमेर के काठोड़ी गांव में भारी बारिश के कारण जेठवाई तालाब की पाल टूट गई है। इससे गांव में पानी भरने का खतरा मंडरा रहा है।