जयपुर। शहर में सफाई व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए ग्रेटर नगर निगम मेयर सौम्या गुर्जर सुबह शहर का निरीक्षण करने निकली। मेयर ने टोंक रोड पर सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया, इस दौरान जगह—जगह कचरा गंदगी मिली। इस पर गाड़ी से उतरकर दुकानदारों से कचरा सड़क पर नहीं डालने के लिए समझाइश की, साथ ही चेताया भी कि अगर कचरा सड़क पर डाला तो चालान की कार्रवाई की जाएगी।
मेयर सौम्या गुर्जर ने सुबह बीटू बायपास से दौरा शुरू किया, इसके बाद टोंक रोड, लक्ष्मी मंदिर तिराहा, गांधी नगर, बापू नगर होते हुए एसएमएस अस्पताल तक पहुंची। इस बीच जगह—जगह कचरा गंदगी देख अधिकारियों को सफाई व्यवस्था बेहतर करने के निर्देश दिए। वहीं दुकानदारों से भी समझाइश की। मेयर ने दुकानदारों से दुकानों पर डस्टबिन रखने, कचरा डस्टबिन में डालने को लेकर समझाइश की। इस दौरान मेडीकल दुकानों और रेस्टोरेंट व चाय की दुकानों पर दुकानदारों को डस्टबिन रखने और सड़क पर कचरा नहीं डालने को लेकर समझाइश की।
अफसरों की लोकेशन भी ली
मेयर सौम्या ने अफसरों को सड़क पर कचरा डालने वालों के चालान करने के निर्देश भी दिए। वहीं जगह—जगह कचरा गंदगी देख अफसरों को भी फटकार लगाई। दौरे के दौरान ही मेयर ने शहर की सफाई व्यवस्था में लगे सभी मुख्य सफाई निरीक्षण व सफाई निरीक्षकों की लोकेशन भी ली।
अब सफाई को लेकर सख्ती, अफसरों को जिम्मेदारी
मेयर सौम्या गुर्जर ने तीन दिन पहले ही अफसरों की मीटिंग लेकर सभी जोन उपायुक्तों को रोजाना सुबह दो घंटे फील्ड में रहकर सफाई व्यवस्था की मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। इसके बाद सभी जोन उपायुक्त सुबह 7 से 9 बजे तक फील्ड में रहकर सफाई व्यवस्था की मॉनिटरिंग कर रहे है। इस बीच मेयर खुद भी सफाई व्यवस्था का जायजा लेने दौरे पर निकली। सफाई हो रही है या नहीं, इसे लेकर भी हर 15 दिन में जनता से भी फीडबैक लेने के अफसरों को निर्देश दिए है। अफसरों को फील्ड की लोकेशन भी डालनी पड़ रही है। वहीं सफाई करवाने के बाद उसकी फोटो भी भेजी जा रही है।
खाली प्लॉट में कचरा मिला तो कार्रवाई
आपको बतादें कि शहर में पिछले कई दिनों से सफाई व्यवस्था चौपट हो रही है। जगह—जगह सड़कों पर कचरा डिपो बने हुए है। घरों से भी कचरा नहीं उठ रहा है। इसे लेकर अब ग्रेटर निगम ने सख्ती शुरू कर दी है। बाहरी कॉलोनियों में खाली भूखंडों में कचरा मिलने पर भी अब कार्रवाई की जाएगी। ऐसे भूखंडों को नगर निगम प्रशासन चिह्नित कर रहा है। इसकेे बाद भूखंड मालिक को नोटिस जारी किए जाएंगे। निगम अफसरों की मानें तो ऐस भूखण्डों पर मालिक की ओर से चारदीवारी बनाकर, उस भूखंड की सफाई करवानी होगी। अगर सफाई नहीं करवाई और नियमति सफाई नहीं रहती है तो कार्रवाई की जाएगी।
