First Death In Jaipur Dumper Accident: राजधानी जयपुर में हुए भीषण सड़क हादसे का खौफनाक मंजर घायल अभी भी भुला नहीं पा रहे हैं। हरमाड़ा लोहा मंडी रोड से विश्वकर्मा रोड नंबर 14 की तरफ जा रहे एक डंपर चालक ने लगभग चार मिनट तक 100 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक रफ्तार में गाड़ी दौड़ाई। रास्ते में आने वाले पैदल और वाहन सवार लोगों को टक्कर मारते हुए डंपर ने करीब 350 मीटर तक मौत का रेला फैलाया।
डंपर ने सबसे पहले मां को कुचला: दिग्प्रताप सिंह
हादसे में सबसे पहले गिरिजा कंवर नामक महिला की मौत हुई। उनकी मौत की दर्दनाक दास्तां उनके बेटे दिग्प्रताप सिंह ने बताई। कूरियर का काम करने वाले दिग्प्रताप ने हरमाड़ा थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद मंगलवार दोपहर वह अपने परिजनों के साथ लोहा मंडी रोड पहुंचे। दिग्प्रताप ने बताया कि वह खोरा से लोहा मंडी होते हुए घर लौट रहे थे, तभी डंपर ने उनकी स्कूटी को टक्कर मारते हुए उनकी मां गिरिजा कंवर की जान ले ली। इसके बाद डंपर ने एक्सप्रेस हाईवे तक कई अन्य लोगों को कुचला।
नहीं रहे युवाओं को आगे बढ़ने की सीख देने वाले गोरा साहब
हादसे में जान गंवाने वाले रिटायर्ड सूबेदार आरपी गोरा मूलतः नागौर जिले के निवासी थे। वर्तमान में वह खातीपुरा की गणेश कॉलोनी में रह रहे थे। गोरा के जाने के बाद मंगलवार को कॉलोनी में उदासी छाई रही।
स्थानीय लोगों ने बताया कि सभी लोग उन्हें ‘गोरा साहब कहकर संबोधित करते थे। गौरा हंसमुख और मिलनसार थे। यह हमेशा युवाओं को पढ़ने और आगे बढ़ने की सीख देते थे।
पार्षद हेमेंद्र शर्मा ने बताया कि गोरा अपने पीछे पत्नी और दो बेटों को छोड़ गए हैं। बड़ा बेटा सेना में मेजर है। जबकि छोटा परबतसर में मार्बल का कारोबार करता है। गोरा का अंतिम संस्कार करने के लिए उनका शव परिजन गांव ले गए।






