2025 का साल म्यूचुअल फंड वालों के लिए ठीक नहीं लग रहा है. हर साल लाखों लोग सिप (SIP यानी सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के जरिए म्यूचुअल फंड में पैसा लगाते थे लेकिन इस बार खबर चौंकाने वाली है. इस साल अब तक करीब 1.12 करोड़ SIP बंद हो चुके हैं! ये सुनकर हर कोई सोच में पड़ गया है कि क्या लोग अब म्यूचुअल फंड से भरोसा उठा रहे हैं? या फिर इसके पीछे कोई और बात है? चलिए, इसे विस्तार से समझते हैं.
बाजार की उथल-पुथल ने डराया
इस साल म्यूचुअल फंड में कुछ ऐसा ट्रेंड देखने को मिला है, जो थोड़ा परेशान करने वाला है. 2025 के पहले छह महीनों में से चार महीने ऐसे रहे, जब नए SIP शुरू होने से ज्यादा पुराने SIP बंद हुए. जनवरी में 5 लाख ज्यादा SIP बंद हुए, फरवरी में 10 लाख, मार्च में 11 लाख और अप्रैल में तो 116 लाख SIP बंद हो गए! यानी लोग इस बार बाजार को लेकर कुछ डरे हुए हैं.
एक्सपर्ट ने बताया सच: जामुन की गुठली क्या सच में डायबिटीज को करती है कंट्रोल!
एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस साल की शुरुआत में दुनिया भर में कुछ अनिश्चितता बढ़ गई थी. अरीहंत कैपिटल मार्केट्स की सीनियर ऑफिसर श्रुति जैन ने बताया कि इस साल ट्रंप ने कुछ टैक्स नियम बदले, जिससे निवेशकों में डर फैल गया. खासकर अप्रैल में बहुत सारे लोगों ने अपने SIP बंद कर दिए. लेकिन अच्छी खबर ये है कि अब बाजार धीरे-धीरे ठीक हो रहा है और लोग फिर से भरोसा दिखाने लगे हैं.
SIP स्टॉपेज रेश्यो: ये क्या होता है?
SIP स्टॉपेज रेश्यो का मतलब है कि जितने नए SIP शुरू हुए, उनकी तुलना में कितने पुराने SIP बंद हुए. अगर ये रेश्यो 100% से ज्यादा हो, तो समझ लो कि नए SIP से ज्यादा पुराने बंद हो रहे हैं. इस साल जून में 78% SIP बंद हुए, जो मई में 72% और पिछले साल जून में 59% थे. अप्रैल में तो बंद होने वाले SIP नए SIP से तीन गुना ज्यादा थे!
लेकिन ये रेश्यो इतना बड़ा डराने वाली बात नहीं है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि इसमें वो SIP भी शामिल होते हैं, जो अपनी समय सीमा पूरी करके खत्म हो जाते हैं. साथ ही, कई लोग अपने पुराने SIP बंद करके नए SIP में पैसा लगाते हैं, ताकि उनका पोर्टफोलियो बेहतर हो. यानी हर बंद SIP का मतलब ये नहीं कि लोग म्यूचुअल फंड छोड़ रहे हैं.
लोग क्यों डर रहे हैं?
SIP एक ऐसा आसान तरीका है, जिससे आप हर महीने थोड़ा-थोड़ा पैसा लगाकर बड़ा फंड बना सकते हैं. ये बाजार के उतार-चढ़ाव से बचाता है. लेकिन इस साल कुछ लोग बाजार की अस्थिरता और पिछले साल कम मुनाफे की वजह से डर गए. AMFI के आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी, फरवरी और मार्च में भी बंद होने वाले SIP की संख्या नए SIP से ज्यादा रही. यानी लोग अभी बाजार को देख रहे हैं और सावधानी बरत रहे हैं.
आंकड़े क्या कहते हैं?
इस साल सिर्फ दो महीने ऐसे रहे, जब नए SIP की संख्या बढ़ी. बाकी चार महीनों में SIP बंद होने का सिलसिला ज्यादा रहा. नोमुरा की एक रिपोर्ट कहती है कि बाजार में अनिश्चितता और शेयरों के ज्यादा दामों की वजह से लोग थोड़ा पीछे हटे हैं. लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि म्यूचुअल फंड से उनका भरोसा पूरी तरह खत्म हो गया है.
निवेशकों के लिए टिप्स
श्रुति जैन का कहना है कि SIP स्टॉपेज रेश्यो या नए SIP के ट्रेंड को देखकर अपने लंबे समय के प्लान नहीं बदलने चाहिए. बाजार में ऊपर-नीचे तो होता ही रहता है. SIP का फायदा यही है कि ये आपको बाजार की गिरावट में भी निवेश करने का मौका देता है. अगर आप लंबे समय तक पैसा लगाते रहें, तो बाजार का उतार-चढ़ाव ज्यादा असर नहीं डालता और आप अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.
एक्सपर्ट्स का मानना है कि जैसे-जैसे बाजार में स्थिरता आएगी, लोग फिर से SIP में पैसा लगाना शुरू करेंगे. अगर आप SIP शुरू करने या दोबारा निवेश करने की सोच रहे हैं, तो ये अच्छा मौका हो सकता है. बाजार की मौजूदा हालत को देखते हुए, एक्सपर्ट्स कहते हैं कि अपने फाइनेंशियल गोल्स को ध्यान में रखें और छोटी-मोटी गिरावट से न घबराएं.
