तेहरान: ईरान ने दमिश्क के वाणिज्य दूतावास पर हुए हवाई हमले में अपने टॉप कमांडर की मौत के बाद इजरायल से बदला लेने की योजना में बदलाव किया है। ईरान ने कहा है कि वह इजरायल पर फिलहाल हमला नहीं करेगा, लेकिन इसके बदले में उसने एक बड़ी शर्त रखी है। अमेरिका को भेजे एक संदेश में तेहरान ने कहा है कि अगर गाजा में युद्धविराम होता है तो वह अपने कमांडर की मौत के जवाब में इजरायल पर हमला नहीं करेगा। ईरानी न्यूज आउटलेट जदेह ने एक अरब राजनयिक सूत्र के हवाले से ये जानकारी दी है।
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ईरानी न्यूज आउटलेट ने मुताबिक, अज्ञात सूत्र ने दो दिन पहले जदेह न्यूज से बातचीत के दौरान कहा था कि “अगर अमेरिका स्थिति पर काबू पाने में सफल होता है तो यह बाइडन प्रशासन के लिए एक बड़ी सफलता होगी और हम उस पर आगे बढ़ सकते हैं।” ये रिपोर्ट ऐसे समय में आई है जब मिस्र की राजधानी काहिरा में इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम और बंधकों की रिहाई को संभव बनाने के लिए बातचीत फिर से शुरू हो रही है। उधर, इजरायल में दमिश्क हवाई हमले की संभावित प्रतिक्रिया के लिए सेना को अलर्ट पर रखा गया है।
इजरायली हमले में ईरान के टॉप जनरल की मौत
बीते सोमवार (1 मार्च) को सीरिया का राजधानी दमिश्क में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हवाई हमला हुआ था, जिसमें ईरान की एलीट फोर्स इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) के टॉप कमांडर मोहम्मद रेजा जहेदी और उनके डिप्टी समेत 7 अधिकारी मारे गए थे। जहेदी दमिश्क में ईरान के महत्वपूर्ण प्रतिनिधियों में थे, जो असद सरकार और ईरान के प्रॉक्सी चरमपंथी संगठन हिजबुल्लाह के बीच संपर्क स्थापित करते थे। उन्हें सीरिया और लेबनान में ऑपरेशन के लिए जिम्मेदार माना जाता रहा है। ईरान और सीरिया ने हवाई हमले के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया था। हालांकि, इजरायल ने न तो हमले की जिम्मेदारी ली थी और न ही इनकार किया था।
इजरायल पर हमले की तैयारी में है ईरान
हमले के बाद से ईरान ने बार-बार इजरायल को जवाब देने की धमकी दी है। ईरान ने कहा था कि इसका बदला इजरायल से जरूर लिया जाएगा और ये हम तय करेंगे। ईरान के प्रॉक्सी हिजबुल्लाह ने भी ‘दुश्मन को कड़ी सजा देने’ की कसम खाई है। अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिकी और इजरायली खुफिया एजेंसियों का मानना है कि ईरान क्रूज मिसाइलों और कामिकेज ड्रोन से सीधे इजरायल को निशाना बना सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक, रमजान महीने के आखिर तक ईरान की प्रतिक्रिया आ सकती है।