जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले में 28 लोगों की मौत हो गई जबकि कई अन्य घायल हैं. इस दिल दहला देने वाले हमले से पूरा देश गुस्से में है और सभी की निगाहें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ टिकी हैं. सऊदी अरब का दौरा बीच में ही छोड़कर वापस लौटे पीएम मोदी एक्शन मोड में हैं और पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं. आतंकी हमले के बाद गुरुवार को पीएम मोदी बिहार के दौरे पर पहुंच रहे हैं, जहां सार्वजनिक मंच से जनता को संबोधित करेंगे. इस दौरान बिहार को विकास की सौगात से नवाजने के साथ साथ-साथ पाकिस्तान को भी करारा जवाब देंगे.
पहलगाम आतंकी हमले के बाद देश उम्मीद कर रहा है कि पीएम मोदी जल्द से जल्द आतंकियों और उनके आकाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई जरूर करेंगे. ऐसे में सभी की नजरें पीएम मोदी की बिहार के मधुबनी वाली रैली पर टिकी है. माना जा रहा है कि जैसे पीएम मोदी ने 2019 में पुलवामा हमले के बाद राजस्थान के चूरू रैली से पाकिस्तान को करारा जवाब देने का ऐलान किया था, उसी तर्ज पर मधुबनी से पीएम मोदी पहलगाम के गुनहगारों और पाकिस्तान को गंभीर और कड़ा संदेश दे सकते हैं.
पाकिस्तान को मोदी देंगे करारा जवाब?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहलगाम आतंकी हमले के बाद बिहार में पहली बार सार्वजनिक मंच पर नजर आएंगे. पीएम मोदी एक बड़ी रैली को संबोधित करेंगे और 13,480 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे, जिसका उद्देश्य बिहार में बुनियादी ढांचे,कनेक्टिविटी और ग्रामीण विकास को बढ़ावा देना है. इस दौरान पीएम एक बड़ी जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर देश को बता सकते हैं कि आने वाले दिनों में आतंकियों का इलाज कर दिया जाएगा.
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आतंकी हमले से देश गुस्से में है और पहलगाम के गुनहगारों को सबक सिखाने की मांग कर रहे हैं. देशवासी भी पहलगाम हमले पर अपने प्रधानमंत्री मोदी के विचार को जानने और सुनने के लिए बेताब है. यही वजह है कि पीएम मोदी ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद से ही एक्शन में है और उन्होंने अपना सऊदी दौरा बीच में ही छोड़कर वापस भारत लौट आए हैं. पीएम मोदी ने देश में लौटे ही हाई लेवल की मीटिंग की और पाकिस्तान का हुक्का-पानी बंद कर दिया. वहीं, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह हमले वाले स्थान पर पहुंचे और उससे पहले उन्होंने आतंकी हमले में मरने वाले लोगों के परिजनों से मिलकर ढांढस बंधाया और घायलों से मिलकर उचित कार्रवाई का आश्वासन भी दिया.
पीएम मोदी ने पहलगाम के कायराना हमले का जिम्मेदार पाकिस्तान को मानते हुए बुधवार को 5 बड़े फैसले लिए. पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई सीसीएस की बैठक में भारत ने पाकिस्तान के साथ 65 साल पुरानी सिंधु जल संधि को स्थगित कर दिया और अटारी पोस्ट को भी बंद कर दिया गया. पाकिस्तान के लोगों को भारत छोड़ने और पाकिस्तानी उच्चायोग बंद सहित कई अहम कदम उठाए हैं. इस तरह मोदी सरकार ने पहलगाम हमले के चलते पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाकर अपनी मंशा को जाहिर कर दिया है, लेकिन लोगों की उम्मीदें पीएम मोदी से कुछ ज्यादा है.
पुलवामा हमले के बाद पीएम का सख्त तेवर
2019 में जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले में 37 जवान शहीद हो गए थे. इस आतंकी हमले के बाद पूरा देश गुस्से से भर गया था और पाकिस्तान को सबक सिखाने की मांग उठाई थी. पुलवामा हमले के दूसरे दिन पीएम मोदी राजस्थान के चूरू में सार्वजनिक जनसभा में कहा था कि लोगों का खून खौल रहा है यह मैं भली-भांति समझ पा रहा हूं, इस समय देश की जो अपेक्षाएं हैं, कुछ कर गुजरने की भावना है. वह भी स्वाभाविक है. इस तरह से पीएम मोदी ने पाकिस्तान को सीधे तौर पर पुलवामा हमले का अंजाम भुगतने की चेतावनी दी थी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उसी दिन झांसी की जनसभा में पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि उन्होंने बड़ी भूल की है. दोषियों को कठोर दंड दिया जाएगा. इसके लिए भारतीय सैन्य बल को खुली छूट दी गई है और देश को अपने सैनिकों के शौर्य व बहादुरी पर भरोसा है. हमें पूरा भरोसा है कि देशभक्ति में रंगे हुए लोग सही जानकारी हमारी एजेंसियों तक पहुंचाएंगे ताकि आतंक को कुचलने में हमारी लड़ाई और तेज हो सके. पीएम ने कहा था, ‘मैं आतंकी संगठनों को और उनके सरपरस्तों को कहना चाहता हूं कि वह बहुत बड़ी गलती कर चुके हैं. बहुत बड़ी कीमत उनको चुकानी पड़ेगी.’
पीएम मोदी के भाषण के बाद ही भारतीय सेना ने सीमा पार जाकर पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था. इस सर्जिकल स्ट्राइक में भारतीय सेना ने पाकिस्तान में छिपे करीब 300 आतंकवादियों को एक झटके में मार गिराया था. आतंकी हमले के 12 दिन बाद भारत ने पाकिस्तान में घुसकर मारा था. 26 फरवरी 2019 को भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी. पहलगाम हमले के बाद भी देश के लोगों को ऐसी ही उम्मीद फिर से पीएम मोदी से है. ऐसे में देखना है कि पीएम मोदी बिहार की जनसभा से पाकिस्तान को किस तरह से करारा जवाब देते हैं?
पीएम मोदी के बिहार दौरे पर सभी की निगाहें
प्रधानमंत्री मोदी सुबह करीब 11:45 बजे मधुबनी पहुंचेंगे, जहां वह राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस कार्यक्रम में भाग लेंगे और देश भर में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली पंचायतों को राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार प्रदान करेंगे. वह गोपालगंज के हथुआ में 340 करोड़ रुपये की लागत वाले एलपीजी बॉटलिंग प्लांट की आधारशिला रखेंगे, जिससे क्षेत्र में एलपीजी आपूर्ति श्रृंखला में वृद्धि होगी. बिजली क्षेत्र में, प्रधानमंत्री मोदी 1,170 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे और पुनरोद्धार वितरण क्षेत्र योजना के तहत 5,030 करोड़ रुपये से अधिक की मौजूदा परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे.
पीएम मोदी रेल संपर्क को बढ़ावा देने के लिए वह सहरसा और मुंबई के बीच अमृत भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाएंगे और जयनगर और पटना के बीच नमो भारत रैपिड रेल का शुभारंभ करेंगे. प्रधानमंत्री पिपरा-सहरसा और सहरसा-समस्तीपुर के बीच नई रेल सेवाओं का भी उद्घाटन करेंगे, खगड़िया-अलौली रेल लाइन को राष्ट्र को समर्पित करेंगे, सुपौल-पिपरा और हसनपुर-बिथान रेल लाइनों का उद्घाटन करेंगे और छपरा और बगहा में दो नए रेल ओवरब्रिज का उद्घाटन करेंगे. इसके अलावा नरेंद्र मोदी कई विकास की सौगात से बिहार को नवाजेंगे.
पीएम मोदी का बिहार दौरा ऐसे समय हो रहा है, जब देश पहलगाम आतंकी हमले से गुस्से में है. आतंकियों ने जिस तरह से आतंकियों ने निहत्थे पर्यटकों को मारा है, उसके बाद से ही आतंकियों और पाकिस्तान को लेकर काफी आक्रोशित हैं. इस दिल दहला देने वाली और मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना से देश गुस्से में उबल रहा और सभी की निगाहें मोदी सरकार पर टिकी हैं. पीएम मोदी इस घटना के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के इंतजार में है. ऐसे में माना जा रहा है कि पीएम मोदी अपने बिहार रैली से पाकिस्तान को आतंकी घटना के लिए अंजाम भुगतने की चुनौती दे सकते हैं?
