हर साल दिवाली से पहले ही महानगरों की एयर क्वालिटी इंडेक्स खराब होने की खबरें आने लगती हैं। बावजूद इसके दिवाली पर हजारों रुपए के पटाखे जलाने की वजह से लोग प्रदूषण वाली जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर हो जाते हैं। बच्चों और बुजुर्गों की इम्यूनिटी कमजोर होने की वजह से दिवाली पर बढ़ते प्रदूषण का सबसे ज्यादा असर उनकी सेहत पर पड़ता है। प्रदूषण बढ़ने से बच्चों और बुजुर्गों को खांसी जुकाम, सिरदर्द, गले में खराश, आंखों में जलन और पानी बहना जैसी समस्याएं परेशान करने लगती हैं। Asthmaandlung.org.uk के अनुसार अगर आपका बच्चा लंबे समय तक वायु प्रदूषण में सांस लेता है, तो बड़े होने पर उसके फेफड़े ठीक तरह से काम नहीं कर पाएंगे और बच्चे को अस्थमा होने का डर बना रहता है। ऐसे में अगर आप इस दिवाली अपने परिवार को प्रदूषण से बचाना चाहते हैं तो अपनाएं ये टिप्स।
विटामिन सी
बच्चों और बुजुर्गों की इम्यूनिटी कमजोर होती है। ऐसे में उन्हें प्रदूषण से बचाने के लिए उनकी डाइट में विटमिन-सी को शामिल करें। आप उनकी डाइट में विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे नींबू, पालक, केल, संतरा और सरसों का साग शामिल करें। बड़े बच्चों की इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए उन्हें शहद, हल्दी और तुलसी जैसे सुपरफूड खाने के लिए दें।
आंखों को ठंडे पानी से धोएं
प्रदूषण की वजह से कई बार बच्चों और बुजुर्गों की आंखों में जलन और सिर में भारीपन की समस्या पैदा हो सकती है। ऐसे में आप उन्हें राहत देने के लिए उनकी आंखों को ताजे ठंडे पानी से दो-तीन बार धोने के लिए कहें। आंखों में रोज वॉटर और आई ड्रॉप्स का उपयोग भी कर सकते हैं। जबकि सिर के भारीपन को दूर करने के लिए आप ग्रीन-टी या गर्म पानी का सेवन कर सकते हैं।
मास्क का यूज
प्रदूषित हवा से बच्चों और बुजुर्ग लोगों को बचाने के लिए घर से बाहर जाते समय मास्क जरूर पहनने के लिए दें। नवजात शिशुओं को मास्क नहीं लगाया जा सकता इसलिए उन्हें कॉटन के कपड़े से ढककर ही बाहर निकलें।
बच्चों को रखें हाइड्रेट
बुजुर्ग हों, नवजात शिशु हों या छोटे बच्चे, प्रदूषण से उन्हें दूर रखने के लिए उनकी बॉडी को डाइड्रेटेड रहना बेहद जरूरी होता है। नवजात शिशु को पानी नहीं दिया जाता है तो उसे हर दो घंटे बाद मां का फीड जरूर दें। वहीं बड़े बच्चों और बुजुर्गों को दिनभर में लगभग 6-7 गिलास पानी पीनेकी सलाह दें। पानी पीने से बॉडी के टॉक्सिन को बाहर निकालने में मदद मिलती है।
पूजा में धूपबत्ती यूज ना करें
पूजा के दौरान धूपबत्ती, अगरबत्ती का इस्तेमाल नहीं करें। इनसे निकलने वाला धुआं सांस लेने में दिक्कत पैदा कर सकता है, और इससे घर के अंदर वायु प्रदूषण बढ़ता है। इसके अलावा घर में किसी तरह के परफ्यूम, एयर फ्रेशनर या मच्छर मारने की दवाओं का उपयोग ना करें। क्योंकि इनके उपयोग के बाद बंद घर में रहने से आपको और परिवार के लोगों को श्वांस संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।