जयपुर। राजस्थान में सरकारी कर्मचारियों को बड़ा झटका लगा है। उन्हें आरजीएचएस के जरिए मेडिकल स्टोर से मिल रही दवाइयां बंद हो गई है। आरजीएचएस अधिकृत मेडिकल स्टोर संचालकों ने लंबे समय से भुगतान नहीं होने के कारण आरजीएचएस के जरिए दवाइयों की बिक्री को बंद कर दिया है। हालांकि विक्रेता किडनी, बीपी, हार्ट आदि की जरूरी दवा दे रहें है, लेकिन वह भी एक सप्ताह से ज्यादा की नहीं दे रहे हैं।
प्राइवेट अस्पतालों ने भी चिकित्सा योजनाओं के तहत इलाज करना बंद कर दिया है। दूसरी ओर आरजीएचएस के तहत मिलने वाला इलाज और दवाएं भी लोगों को नहीं मिल रही हैं। आरजीएचएस में 650 से अधिक प्राइवेट अस्पताल हैं, जो योजना से जुड़े हैं। रोज हजारों मरीज ओपीडी और आईपीडी में इलाज लेते हैं, लेकिन अब परेशान हो रहे हैं।
अखिल राजस्थान आरजीएचएस अधिकृत दवा विक्रेता महासंघ की ओर से हाल ही में प्रदेशभर के 3500 से ज्यादा मेडिकल स्टोर संचालकों की एक बैठक बुलाई। इसमें दवाइयों की सप्लाई बंद करने का निर्णय किया गया। महासंघ की ओर से जयपुर में कोऑर्डिनेट कर रहे सचिन गोयल ने बताया कि आरजीएचएस में सरकार अब न तो समय पर भुगतान कर रही है और न ही पोर्टल की कई खामियों को दूर कर रही है।