कमजोर घरेलू मांग के बीच बुधवार को देश की राजधानी दिल्ली में सोने का भाव लगातार दूसरे दिन 600 रुपये घटकर 77,700 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। मंगलवार को यह कीमती धातु 78,300 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई थी। अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, बुधवार को चांदी भी 2,800 रुपए की गिरावट के साथ 91,200 रुपए प्रति किलोग्राम पर आ गई। पिछले कारोबारी सत्र में चांदी 94,000 रुपए प्रति किलोग्राम के भाव पर बंद हुई थी। इस बीच, 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 600 रुपए गिरकर 77,300 रुपए प्रति 10 ग्राम पर आ गया। कारोबारियों का मानना है कि घरेलू मांग कमजोर रहने से पीली धातु की कीमतों में गिरावट आई।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर वायदा कारोबार में दिसंबर डिलीवरी वाले सोने के अनुबंध की कीमत 29 रुपये या 0.04 प्रतिशत बढ़कर 75,190 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई। एक्सचेंज में दिसंबर डिलीवरी वाले चांदी के अनुबंध का भाव भी 754 रुपये यानी 0.85 प्रतिशत बढ़कर 89,483 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया। एशियाई कारोबारी घंटों में कॉमेक्स वायदा 0.03 प्रतिशत गिरकर 2,634.50 डॉलर प्रति औंस पर आ गया।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के कमोडिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक सौमिल गांधी ने कहा, “सुरक्षित निवेश प्रीमियम में कमी के कारण बुधवार को सोने की कीमतों में गिरावट जारी रही। इस गिरावट का कारण अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में और अधिक कटौती की संभावना कम होना है।”
हालांकि, अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी 0.75 प्रतिशत बढ़कर 30.83 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई। मेहता इक्विटीज लिमिटेड के उपाध्यक्ष (कमोडिटीज) राहुल कलंत्री ने कहा कि हिजबुल्लाह की ओर से इस्राइल के साथ युद्ध विराम पर बातचीत की मांग से जुड़ी रिपोर्ट सामने आने के बाद सोने और चांदी में भारी बिकवाली दिखी। इस खबर के बाद बाजार के सहभागियों को मध्य पूर्व में संभावित तनाव कम होने की आशंका हुई। इसके बाद उन्होंने लॉन्ग पोजीशन पर मुनाफावसूली की।
शेयरखान बाय बीएनपी पारिबा में फंडामेंटल करेंसीज एंड कमोडिटीज के एसोसिएट वीपी प्रवीण सिंह के अनुसार, अमेरिकी महंगाई के आने वाले आंकड़ों को देखते हुए सोने में कुछ सुधार दिख सकता है। हालांकि, जब तक भू-राजनीतिक तनाव और नहीं बढ़ता या यूएस यील्ड में उल्लेखनीय गिरावट नहीं आती, तब तक बढ़त सीमित रहने का अनुमान है।
