टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री का मानना है कि टेस्ट कप्तान के तौर पर रोहित शर्मा के बाद BCCI को युवा खिलाड़ियों की तरफ देखना चाहिए. रोहित शर्मा और विराट कोहली के अचानक टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद बीसीसीआई के सामने बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है. उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ जून में शुरू होने वाली पांच मैचों की टेस्ट सीरीज़ से पहले नया कप्तान चुनना होगा.
रवि शास्त्री ने साफ कहा है कि वो जसप्रीत बुमराह को भारत का टेस्ट कप्तान बनते नहीं देखना चाहते. उनका मानना है कि बुमराह हाल ही में गंभीर पीठ की चोट से लौटे हैं, और कप्तानी का दबाव उनके खेल को प्रभावित कर सकता है.
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बुमराह को कप्तान बनाने के खिलाफ हैं शास्त्री
रवि शास्त्री ने कहा, “मेरे लिए ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद बुमराह एक अच्छा विकल्प हो सकते थे. लेकिन, मैं नहीं चाहता कि उन्हें कप्तान बना दिया जाए और फिर हम उन्हें गेंदबाज़ के तौर पर खो दें.”
उन्होंने आगे कहा, “वो अभी गंभीर चोट के बाद वापस आए हैं. अभी तक उन्होंने आईपीएल खेला है, जहां चार ओवर फेंकने होते हैं. लेकिन, अब असली टेस्ट शुरू होगा जब उन्हें 10-15 ओवर फेंकने होंगे. ऊपर से अगर कप्तानी का दबाव भी रहेगा, तो यह उनकी फिटनेस पर असर डाल सकता है.”
बता दें कि बुमराह पिछले साल रोहित शर्मा के साथ टेस्ट टीम में उप-कप्तान थे और बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024/25 में दो टेस्ट में भारत की कप्तानी भी कर चुके हैं. हालांकि, एक मैच में उन्हें पीठ में खिंचाव के चलते मैदान छोड़ना पड़ा था और भारत वह टेस्ट हार गया था.
गिल-पंत को बताया भविष्य के कप्तान
रवि शास्त्री ने आगे कहा कि भारत को लंबे समय के लिए किसी युवा खिलाड़ी को कप्तानी की जिम्मेदारी देनी चाहिए. उनके मुताबिक शुभमन गिल और ऋषभ पंत इस रोल के लिए सबसे सही विकल्प हैं.
उन्होंने कहा, “आपको किसी को तैयार करना होगा. शुभमन ने बहुत प्रभावित किया है. वह 25-26 साल का है. उसे मौका दीजिए और समय भी. ऋषभ भी एक अच्छा विकल्प है. ये दोनों युवा हैं और उनके पास अगले 10 साल हैं.”
शास्त्री ने ये भी बताया कि दोनों खिलाड़ी अब आईपीएल में कप्तानी का अनुभव भी ले रहे हैं, जिससे उनके लीडरशिप स्किल्स और मज़बूत हो रहे हैं. शुभमन गिल गुजरात टाइटंस की कप्तानी कर रहे हैं, जबकि पंत लखनऊ सुपर जायंट्स के कप्तान हैं.
