दो बार देश के प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह का गुरुवार देर रात निधन हो गया है. वरिष्ठ कांग्रेस नेता मनमोहन सिंह को गुरुवार देर रात तबीयत बिगड़ने पर दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया था, जहां इमरजेंसी वार्ड में डॉक्टर उनका इलाज कर रहे थे. इसी दौरान उनका निधन हो गया है.
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह की गुरुवार (26 दिसंबर 2024) को तबीयत बिगड़ गई. इसके उन्हें बाद एम्स के इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया गया हैं. नजदीकी सूत्रों के मुताबिक, उन्हें सांस लेने में दिक्कत महसूस होने के बाद एम्स ले जाया गया जहां फिलहाल आईसीयू में उनका इलाज चल रहा है. एम्स में उन्हें देखने प्रियंका गांधी पहुंच गई हैं. उधर, कांग्रेस ने शुक्रवार के सारे कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं. राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे भी बेलगावी से दिल्ली लौट रहे हैं.
डॉ मनमोहन सिंह 2004 से 2014 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे. इससे पहले वह भारत के वित्त मंत्री और वित्त सचिव भी रह चुके हैं. नरसिम्हा राव की सरकार के दौरान अर्थव्यवस्था के उदारीकरण में उनकी अहम भूमिका मानी जाती है.
मनमोहन सिंह: सियासत और अर्थशास्त्र का ‘पंडित’
डॉ मनमोहन सिंह का जन्म 26 सितंबर 1932 को अविभाजित भारत के पंजाब प्रांत के एक गांव में हुआ था. उन्होंने 1948 में पंजाब विश्वविद्यालय से मेट्रिक की शिक्षा पूरी की. उसके बाद उन्होंने अपनी आगे की शिक्षा ब्रिटेन के कैंब्रिज विश्वविद्यालय से प्राप्त की. 1957 में उन्होंने अर्थशास्त्र में प्रथम श्रेणी से ऑनर्स की डिग्री अर्जित की. इसके बाद 1962 में उन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के नूफिल्ड कॉलेज से अर्थशास्त्र में डी.फिल किया. डॉ. मनमोहन सिंह और उनकी पत्नी श्रीमती गुरशरण कौर की तीन बेटियां हैं.
भारत के चौदहवें प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह अपनी नम्रता, कर्मठता और कार्य के प्रति प्रतिबद्धता के लिए जाने जाते हैं. मनमोहन सिंह साल 1971 में वाणिज्य मंत्रालय में आर्थिक सलाहकार के रूप में शामिल हुए. 1972 में उनकी नियुक्ति वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार के रूप में हुई. डॉ. सिंह ने वित्त मंत्रालय के सचिव; योजना आयोग के उपाध्यक्ष; भारतीय रिजर्व बैंक के अध्यक्ष; प्रधानमंत्री के सलाहकार; विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष के तौर पर काम भी किया. मनमोहन सिंह 1991 से 1996 तक भारत के वित्त मंत्री रहे. ये वक्त देश के आर्थिक ढांचे के लिए काफी अहम था.
डॉ मनमोहन सिंह को मिल चुके हैं इतने सम्मान
डॉ मनमोहन सिंह को मिले कई पुरस्कारों और सम्मानों सम्मानित किया गया है. इनमें से अहम है भारत का दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण(1987); भारतीय विज्ञान कांग्रेस का जवाहरलाल नेहरू जन्म शताब्दी पुरस्कार (1995); वर्ष के वित्त मंत्री के लिए एशिया मनी अवार्ड (1993 और 1994); वर्ष के वित्त मंत्री के लिए यूरो मनी अवार्ड (1993), कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय (1956) का एडम स्मिथ पुरस्कार; कैम्ब्रिज के सेंट जॉन्स कॉलेज में विशिष्ट प्रदर्शन के लिए राइट पुरस्कार (1955). डॉ. सिंह को जापानी निहोन किजई शिम्बुन एवं अन्य संघो द्वारा सम्मानित किया जा चुका है. डॉ. सिंह को कैंब्रिज एवं ऑक्सफ़ोर्ड तथा अन्य कई विश्वविद्यालयों द्वारा मानद उपाधियां प्रदान की गई हैं.