नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बदायूं में मंगलवार शाम को दो मासूमों की निर्मम हत्या (Badaun Child Murder) कर दी गई. मंडी चौकी से कुछ ही दूरी पर इस वारदात को अंजाम दिया गया. इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी को मुठभेड़ में मार गिराया गया है. यूपी पुलिस का कहना है कि नाई की दुकान चालने वाले साजिद नाम का शख्स 8 बजे के करीब अपनी दुकान बंद कर सामने रहने वाले विनोद के घर पहुंच गया. दोनों ही एक दूसरे को जानते थे. दोनों के बीच कोई पुराना विवाद चल रहा था. पुलिस के मुताबिक, साजिद ने विनोद के घर जाकर उसकी पत्नी से चाय बनाने को कहा. इसी दौरान उसने विनोद के तीन बच्चों, आयुष, आहान और पीयूष पर छत पर जाकर धारदार हथियार से हमला कर दिया.
मृतक बच्चों के पिता विनोद कुमार ने बताया,” साजिद ने मेरे घर आकर मेरी पत्नी से कहा कि भाभी 5 हजार रुपए दे दो, मेरी पत्नी की डिलीवरी होनी है. मैने अपनी पत्नी से फोन पर पैसे देने की बात की,. इतने में साजिश ने मेरे बड़े बेटे से पानी मांगा और छोटे बेटे से पार्लर दिखाने को कहा और इसी दौरान उनको मार दिया. फिर उसने मेरी पत्नी से कहा कि आज मैने अपना काम पूरा कर लिया. मेरी पत्नी के चिल्लाने पर आसपास के लोग इकट्ठा हो गए. इतने में साजिद बाहर बाइक लेकर खड़े अपने भाई जावेद के साथ भाग गया.”
साजिद ने पुलिस पर भी किया हमला
पुलिस के मुताबिक, साजिद के हमले में विनोद के 13 साल के बेटे आयुष और 7 साल के बेटे आहान की मौत हो गई. वहीं 6 साल के पीयुष को हल्की चोट आई है, उसका इलाज अस्पताल में चल रहा है. बच्चों की हत्या के बाद साजिद भागने की कोशिश कर रहा था, इसी दौरान पुलिस ने उसे पकड़ने की कोशिश की. लेकिन उसने पुलिस पर भी हमला करने की कोशिश की. पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए मुठभेड़ में साजिद को मार गिराया. पुलिस अधिकारी के मुताबिक, चुनाव के मद्देनजर पहले से ही वहां फोर्स मौजूद थी. कुछ लोगों ने इस घटना का विरोध किया लेकिन उन्हें समझाकर बॉडी को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है. एडीजी बरेली, आईजी राकेश सिंह मौके पर मौजूद हैं और इलाके में शांति व्यवस्था फिलहाल कायम है.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि अभी तक की जांच के मुताबिक बच्चों की हत्या के इकलौते आरोपी साजिद को एनकाउंटर में ढेर कर दिया गया है. बता दें कि बदायूं में कल हुए एनकाउंटर में एक इंस्पेक्टर को भी गोली लगी है. दो बच्चों की हत्या के आरोपी ने पुलिस से घिरने के बाद एनकाउंटर के वक्त थाना सिविल के प्रभारी गौरव बिश्नोई पर गोली चला दी थी. घायल इंस्पेक्टर का इलाज अस्पताल में चल रहा है.
बच्चों की मां से आरोपी ने मांगे 5 हजार रुपए
पीड़ित विनोद कुमार के मुताबिक, साजिद ने घर के भीतर घुसकर 5000 रुपए मांगे, उसने कहा था कि उसकी प्रेग्नेंट पत्नी अस्पताल में भर्ती है. इसके बाद बच्चों की मां संगीता ने तुरंत अपने पति विनोद को कॉल किया. जिसके बाद उसने पति ने साजिद को 5 हजार रुपए देने की बात कही. जिसके बाद संगीता ने साजिद से चाय के लिए पूछा. इस पर साजिद ने उसे बताया कि अस्पताल पहुंचने में अभी दो घंटे हैं. संगीता जैसे ही चाय बनाने गई इसी बीच साजिद ने बड़े बेटे आयुष से उसे मम्मी का पार्लर दिखाने को कहा.
जैसे ही आयुष उसे पार्लर दिखाने के लिए दूसरे फ्लोर पर लेकर गया वैसे ही साजिद ने लाइट बंद कर चाकू से काटकर आयुष की हत्या कर दी. इसी बीच छोटा बेटा आहान जैसे ही पानी लेकर पहुंचा साजिद ने उसे भी पकड़कर मार दिया. साजिद ने पीयूष पर भी हमला करने की कोशिश की. उसके अंगूठे में चाकू लगा और सर पर थप्पड़ मारा गया, लेकिन वो वहां से भागने में कामयाब हो गया. इस बीच साजिद अपने दोस्त जावेद के साथ बाइक पर बैठकर वहां से भाग गया.
हत्या का मकसद क्या, जांच जारी
मासूमों की हत्या से गुस्साए लोगों ने साजिद की दुकान का समान बाहर जला दिया. पुलिस इस घटना में सिर्फ साजिद का रोल बता रही है. लेकिन परिवार का कहना है कि साजिद के साथ उसका भाई जावेद भी आया था. दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है. हालांकि अब तक ये पता नहीं चल सका है कि आखिर दो मासूमों की जान लेने के पीछे का मकसद क्या था.