5 मार्च को रुपया लगभग 4 पैसे की बढ़त के साथ खुला। डॉलर इंडेक्स में गिरावट और ब्रेंट क्रूड के छह महीने के निचले स्तर पर जाने से रुपए को सपोर्ट मिला है। डॉलर के मुकाबले रुपया आज 87.2375 के स्तर पर खुला जबकि पिछले कारोबारी दिन ये 87.2700 के स्तर पर बंद हुआ था। दुनिया की 6 बड़ी मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर के वैल्यू मापने वाला डॉलर इंडेक्स शुरुआती कारोबार में 105.733 पर गिर गया। पिछले कारोबारी सत्र में यह 105.743 पर बंद हुआ था। धीमी पड़ती ग्रोथ और अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर टैरिफ के प्रभाव से जुड़ी चिंताओं के कारण डॉलर इंडेक्स में गिरावट आई है।
MUFG की रिपोर्ट में कहा गया है कि टैरिफ से अमेरिकी आर्थिक विकास पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर बाजार चिंतित हैं। ये खतरा टैरिफ के कारण आने वाली महंगाई के जोखिम से कहीं अधिक है। फेड फंड्स वायदा बाजारों ने इस साल के बाकी समय में दरों में 3 से अधिक कटौती के असर को पचा लिया है। इस सप्ताह अब तक अमेरिकी डॉलर में 1.4 फीसदी की गिरावट आई है।
ओपेक+ द्वारा अप्रैल में उत्पादन बढ़त की योजना पर काम करने, कनाडा, मैक्सिको और चीन पर अमेरिकी टैरिफ तथा बीजिंग के जवाबी टैरिफ की खबरों के बाद ब्रेंट क्रूड में गिरावट आई है।
सीआर फॉरेक्स एडवाइजर्स के प्रबंध निदेशक अमित पबारी ने कहा कि USD/INR के 87.20-87.80 के बीच की रेंज में कारोबार करने की उम्मीद है। 87.20 मजबूत सपोर्ट के रूप में काम करेगा, जबकि 87.80 मजबूत रेजिस्टेंस के रूप में काम करेगा।
आज बुधवार को भारतीय रुपए की इंट्राडे चाल अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ की खबरों के बीच एशियाई एफएक्स सेक्टर की चाल से तय होगी। आज बुधवार को एशियाई करेंसीज में मिलाजुला रुख देखने को मिल रहा है। वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी और कनाडाई अधिकारी ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ को कम करने या हटाने के बारे में बातचीत कर रहे हैं और बुधवार को इस पर समझौता हो सकता है। इस बीच, न्यूयॉर्क टाइम्स ने बताया है कि ट्रंप ने निजी तौर पर संकेत दिया है कि वह टैरिफ पर कायम रहेंगे।
यह रिपोर्ट अमेरिकी कामर्स सेक्रेटरी हॉवर्ड लुटनिक द्वारा मंगलवार को की गई टिप्पणी के बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि ट्रंप टैरिफ के मुद्दे पर कनाडा और मैक्सिको के साथ मध्य मार्ग पर पहुंच सकते हैं।
