अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत-पाकिस्तान के तनाव का जिक्र किया है. राष्ट्रपति ट्रंप ने एक बार फिर यह दावा किया है कि उन्होंने दोनों देशों के बीच वॉर रुकवाई. साथ ही ट्रंप ने यह भी कहा कि भारत-पाक तनाव में 5 जेट गिराए गए थे. हालांकि, ट्रंप ने यह स्पष्ट नहीं किया कि किस देश ने जेट गिराए. अब ट्रंप के इन्हीं बयानों को लेकर कांग्रेस ने पीएम मोदी पर तीखा निशाना साधा है.
डोनाल्ड ट्रंप के बयान को लेकर कांग्रेस ने निशाना साधते हुए सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध में 5 जेट गिराए गए. इसके साथ ही ट्रंप ने 24वीं बार कहा कि मैंने व्यापार की धमकी देकर भारत-पाकिस्तान की वॉर रुकवा दी.
कांग्रेस ने मोदी सरकार पर साधा निशाना
कांग्रेस ने पीएम मोदी पर तीखा हमला करते हुए कहा, ट्रंप लगातार ये बात दोहरा रहे हैं और नरेंद्र मोदी खामोश हैं. इसी के साथ कांग्रेस ने सवाल उठाते हुए कहा, नरेंद्र मोदी ने व्यापार के लिए देश के सम्मान से समझौता क्यों किया? दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप भारत- पाकिस्तान के बीच 10 मई को हुए सीजफायर के बाद से ही लगातार यह दावा कर रहे हैं कि उन्होंने दोनों देशों के बीच वॉर रुकवाई. ट्रंप के इस दावे के बाद से ही लगातार विपक्ष मोदी सरकार को घेर रहा है. विपक्ष इसको लेकर संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग करता रहा है.
ट्रंप के दावे को लेकर विपक्ष लगातार पीएम मोदी से सवाल पूछता रहा है. हालांकि, मोदी सरकार ट्रंप के दावे को खारिज कर चुकी है.
ट्रंप ने क्या बयान दिया?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को कहा कि भारत-पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव के दौरान 5 जेट गिराए गए. ट्रंप ने व्हाइट हाउस में कुछ रिपब्लिकन अमेरिकी सांसदों के साथ डिनर के दौरान यह टिप्पणी की. हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि वह किस पक्ष के जेट के गिराए जाने की बात कर रहे थे.
ट्रंप ने कहा, दरअसल, विमानों को हवा में ही मार गिराया जा रहा था. पांच, पांच, चार या पांच, लेकिन मुझे लगता है कि असल में पांच जेट मार गिराए गए. ट्रंप ने नहीं बताया कि वो किस पक्ष की बात कर रहे थे.
पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने हवा से हवा में हुई लड़ाई में 5 भारतीय विमान मार गिराए थे. भारत के हाई-रैंकिंग जनरल ने मई के अंत में कहा था कि युद्ध के पहले दिन हवाई नुकसान झेलने के बाद भारत ने अपनी रणनीति बदली और तीन दिन बाद युद्धविराम की घोषणा होने से पहले ही बढ़त बना ली थी. भारत ने यह भी दावा किया कि उसने पाकिस्तान के “कुछ विमान” गिराए.
इसी के साथ ट्रंप लगातार भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर कराने का क्रेडिट लेते रहे हैं. उन्होंने 10 मई को अपने सोशल मीडिया हैंडल पर कहा था कि युद्धविराम दोनों देशों के बीच तब हुआ जब अमेरिका ने दोनों पक्षों के साथ बातचीत की.
PM ने ट्रंप का बयान किया खारिज
भारत ने ट्रंप के इस दावे से असहमति जताई है. भारत ने इस बात से अहसमति जताई है कि ट्रंप की व्यापार को लेकर धमकी दिए जाने के बाद दोनों देश सीजफायर के लिए तैयार हुए. विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने 17 जून, 2025 को बताया था कि पीएम मोदी ने राष्ट्रपति ट्रंप से फोन पर लगभग 35 मिनट बातचीत की. इस फोन कॉल के दौरान मोदी ने कहा कि भारत मध्यस्थता को “कभी स्वीकार नहीं करेगा” और सैन्य कार्रवाई रोकने पर भारतीय और पाकिस्तानी सेनाओं के बीच चर्चा इस्लामाबाद के अनुरोध पर शुरू की गई थी.
भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिनों तक सीमा पार से ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद संघर्ष को समाप्त करने के लिए 10 मई को सहमति बनी थी.
पीएम मोदी ने तीसरे पक्ष के समर्थन को खारिज कर दिया था. पीएम ने ट्रंप से साफ-साफ कहा था कि सीजफायर में आपका कोई रोल नहीं है. ट्रेड की वजह से सीजफायर नहीं किया गया. हालांकि, पीएम के यह बात साफ करने के बाद भी ट्रंप ने सीजफायर कराने का क्रेडिट खुद को देते रहने का सिलसिला जारी रखा है.
मानसून सत्र में उठाया जाएगा मामला
संसद का 21 जुलाई से मानसून सत्र शुरू होने वाला है. उम्मीद है कि सत्र में ऑपरेशन सिंदूर और ट्रंप का दावा एक बार फिर गूंज सकता है. विपक्ष एक बार फिर ऑपरेशन सिंदूर और सीजफायर कराने के ट्रंप के दावे को लेकर सरकार को घेर सकता है. विपक्ष की शनिवार को सत्र से पहले एक बैठक हो रही है. इस बैठक में इन सभी मुद्दों पर पहले ही चर्चा की जाएगी.
भारत-पाक के बीच तनाव
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकवादी हमला हुआ था. इस हमले के बाद ही भारत ने पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए 7 मई की रात को ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया था. इस ऑपरेशन के तहत भारत ने पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था. इसी के बाद दोनों देशों के बीच 10 मई को युद्धविराम हुआ था.
