आज के समय में पेपर कप सिर्फ चाय या कॉफी पीने का साधन नहीं, बल्कि एक कमाई का बढ़िया जरिया बन गया है. चाहे जन्मदिन की पार्टी हो या शादी-ब्याह का आयोजन, ऑफिस की मीटिंग हो या सड़क किनारे की चाय की दुकान, हर जगह अब पेपर कप की मांग तेजी से बढ़ रही है.
इसके पीछे सबसे बड़ा कारण है प्लास्टिक पर लग रही पाबंदियां. प्लास्टिक कप जहां पर्यावरण के लिए नुकसानदायक माने जाते हैं और इन्हें निपटाना भी मुश्किल होता है, वहीं पेपर कप बायोडिग्रेडेबल होते हैं और आसानी से नष्ट हो जाते हैं. इसी वजह से लोग अब इन्हें एक सुरक्षित और इको-फ्रेंडली विकल्प के रूप में अपना रहे हैं.
तेजी से बढ़ती मांग ने पेपर कप को एक उभरते हुए उद्योग का रूप दे दिया है. आज ऑफिस, कैफे, कैंटीन, फूड स्टॉल और बड़े इवेंट्स में रोजाना लाखों पेपर कप की जरूरत पड़ती है. ऐसे में यह कारोबार न सिर्फ पर्यावरण की चिंता को कम करता है, बल्कि कम निवेश में अच्छा मुनाफा भी दिला सकता है. यही कारण है कि अब कई युवा और छोटे निवेशक इस बिज़नेस की ओर आकर्षित हो रहे हैं.
3 लाख के भीतर शुरू हो जाएगा काम
पेपर कप बनाने का कारोबार शुरू करने के लिए शुरुआती खर्च थोड़ा भारी जरूर लगता है, लेकिन यह एक मुनाफे वाला बिज़नेस बन सकता है. इस काम में सबसे पहले कच्चे माल की जरूरत होती है, जिसमें प्रिंट पीई पेपर, बॉटम रील और पैकिंग सामग्री शामिल हैं. करीब 2,836 किलो प्रिंट पीई पेपर पर ₹2.60 लाख से ज्यादा का खर्च आता है, जबकि 1,134 किलो बॉटम रील की कीमत करीब ₹88,000 बैठती है. वहीं, पैकिंग के लिए लगभग ₹25,000 अलग से खर्च करने होते हैं. यानी कुल मिलाकर सिर्फ कच्चे माल पर करीब ₹3.74 लाख की शुरुआती लागत आती है.
लेकिन मामला यहीं खत्म नहीं होता. बिज़नेस को चलाने के लिए हर महीने कुछ जरूरी खर्च भी करने पड़ते हैं. बिजली और मशीन ऑयल पर करीब ₹6,000 का मासिक खर्च आता है. इसके अलावा किराया, स्टेशनरी, ट्रांसपोर्ट और विज्ञापन जैसे दूसरे खर्च जोड़ लें तो यह आंकड़ा ₹20,500 के करीब पहुंच जाता है. स्टाफ की सैलरी भी इसमें शामिल है. एक प्रोडक्शन या सेल्स मैनेजर को ₹15,000, स्किल्ड वर्कर को ₹10,000 और अनस्किल्ड वर्कर को ₹7,000 महीने की सैलरी देनी होती है. यानी बिज़नेस शुरू करने से पहले इन तमाम खर्चों का हिसाब-किताब दिमाग में होना चाहिए, तभी जाकर मुनाफा कमाने की राह आसान होगी.
बिजनेस बड़ा करने के लिए लेनी होगी मशीन
अच्छे पैमाने पर उत्पादन करने के लिए पेपर कप बनाने की मशीन जरूरी है, जिसकी कीमत लगभग ₹8,50,000 होती है. इस मशीन में तीन मुख्य चरणों में कप तैयार होते हैं. पहले चरण में कप की साइड वॉल को आकार देकर अगले स्टेप के लिए तैयार किया जाता है. दूसरे चरण में कप के निचले हिस्से को आकार देकर साइड वॉल से जोड़ा जाता है और किनारों को कर्ल किया जाता है. तीसरे चरण में कप को 45 डिग्री पर काटा और गरम किया जाता है, फिर नीचे के हिस्से को कर्ल कर अंतिम रूप दिया जाता है.एक बार ये प्रक्रिया पूरी हो जाए, तो कप पूरी तरह इस्तेमाल के लिए तैयार हो जाते हैं.
इतनी होगी सालाना कमाई
इस मशीन से रोज करीब 73,000 कप बनाए जा सकते हैं. साल भर में यह आंकड़ा लगभग 22,00,000 कप तक पहुंच जाता है. कुल बिक्री से सालाना करीब ₹66,00,000 की आय होती है. उत्पादन लागत घटाने के बाद सालाना मुनाफा लगभग ₹9,37,100 रुपये तक पहुंच सकता है.
