एक सोशल मीडिया पोस्ट से अटकलों का बाजार गर्म हो गया है।
दरअसल उन्होंने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए कहा है कि पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में जनता-जनार्धन ने पहली बार सांसद व विधायक बना कर राष्ट्रसेवा का अवसर दिया।चुनाव परिणाम आने के बाद से मीडिया और सोशल मीडिया पर चल रही चर्चाओं को नज़र अंदाज़ करें। मुझे अभी प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में अनुभव प्राप्त करना है।
उनके इस पोस्ट के बाद बाबा बालकनाथ के सीएम की रेस से बाहर होने के कयास लगाए जा रहे हैं। जानकारों का मानना है कि बीजेपी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए सीएम चेहरे पर विचार कर रही है। ऐसे में हो सकता है कि बाबा बालकनाथ को अभी और अनुभव प्राप्त करने के लिए कहा गया हो। अगर ऐसा हुआ तो अब प्रदेश में सीएम पद के लिए कौन कौन से चेहरे रेस में है, आइए जानते हैं।
वसुंधरा राजे
इस रेस में सबसे पहला नाम पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का माना जा रहा है जो बीजेपी का लोकप्रिय चेहरा होने के साथ-साथ सीएम पद की प्रबल दावेदार मानी जा रही हैं। वह पांच बार सांसद रह चुकी हैं और छठी बार विधायक बनी हैं। वह 2002 और 2013 में राज्य की मुख्यमंत्री भी रह चुकी हैं। राजे खुद भी फ्रंट सीट पर दिखना चाह रही हैं। ऐसे में अगर बीजेपी ने राजे को नाराज किया तो इसका खामियाजा लोकसभा चुनावों में उठाना पड़ सकता है।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत
केंद्रीय जल शक्ति मंदिर गजेंद्र सिंह शेखावत भी इस रेस में शामिल हैं। ये बीजेपी का काफी महत्वपूर्ण चेहरा है। अशोक गहलोतके खिलाफ नशाना साधने में भी ये निशाना साधने में आगे रहे हैं। साल 2019 के लोकसभा चुनावों में इन्होंने अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को जोधपुर से हराकर जीत हासिल की थी।
दीया कुमारी
जयपुर राजघराने की दीया कुमारी भी रेस में बनी हुई हैं। विधानसभा चुनावों में उन्होंने विद्याधर नगर सीट से जीत हासिल की है। वह BJP में महिला मोर्चे की प्रदेश प्रभारी भी हैं. 2013 में बीजेपी से जुड़ने वाली दीया कुमारी का सफर बेहद शानदार रहा है। 2013 में ही उन्होंने सवाई माधोपुर से विधानसभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल कर विधायक बनी। इसके बाद साल 2019 में उन्होंने राजसमंद सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा और सांसद बनीं.
ओम माथुर
बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओम माथुर को भी एक मजबूत दावेदार के तौर पर देखा जा रहा है। वह राजस्थान के पाली जिसे के रहने वाले हैं और 2008 से 2009 तक पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। वह पार्टी में अब तक कई अलग-अलग पदों पर रह कर महत्पूर्ण जिम्मेदारी निभा चुके हैं।
सीपी जोशी
इनमें एक नाम राजस्थान बीजेपी चीफ सीपी जोशी का भी है जो चित्तौड़गढ़ से लगातार दो बार सांसद रहे हैं। विधानसभा चुनाव से पहले उन्हें राज्य में गुटबाजी को दूर करने की जिम्मेदारी देते हुए प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था।
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की भी सीएम दावेदार के रूप में चर्चा जोरों पर हैं। बताया जा रहा है कि आलाकमान राज्य में किसी नए चेहरे को लाना चाह रहा है, ऐसे में वैष्णव भी एक विकल्प हो सकते हैं। वह पाली जिले के रहने वाले हैं पूर्व आईएएस अधिकारी भी रह चुके हैं। पार्टी में उनकी छवि साफ सुथरी और तेजी से उभरते नेता की है। वह केंद्रीय नेतृत्व के करीबी माने जाते हैं। वह पिछले पांच सालों में राजस्थान के कई दौरे कर चुके हैं और प्रदेश में उनके नाम पर कोई विवाद भी नजर नहीं आ रहा।