मुंबई: मुंबई से नवी मुंबई को जोड़ने वाले अटल सेतु का शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन किया. यह पुल शनिवार की सुबह आम जनता के लिए खोल दिया गया. NDTV ने पहले दिन अटल सेतु की सैर करने के लिए पहुंचे लोगों से उनके अनुभव जाने. समुद्र पर बने देश के इस सबसे लंबे पुल की सभी ने जमकर तारीफ की. यात्रियों ने इस अद्भुत निर्माण के लिए केंद्र सरकार और महाराष्ट्र सरकार की सराहना की व पीएम नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया.
दिसंबर 2016 में पीएम मोदी ने मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक की आधारशिला रखी थी. देश में बुनियादी ढांचे के विकास में ऐतिहासिक मील का पत्थर मानते हुए अटल सेतु का नामकरण पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर किया गया है.
अटल सेतु 22 किलोमीटर लंबा है और समुद्र पर बना देश का सबसे लंबा पुल है. यह इंजीनियरिंग का अद्भुत नमूना है. आम जनता के लिए खुलते ही पहले दिन हजारों लोगों ने अपने वाहनों से अटल सेतु की सैर की. उन्होंने इस ब्रिज की बनावट और खूबसूरती की जमकर प्रशंसा की.
”ऐसा लग रहा है जैसे कि विदेश में हों”
कोल्हापुर से आए एक व्यक्ति से जब NDTV ने अटल सेतु पर से गुजरने के अनुभव के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि, ”बहुत बढ़िया है. एक नंबर का काम हुआ है. इस पर ऐसा लग रहा है जैसे कि विदेश में हों.”
परिवार के साथ उलवे से आए एक यात्री ने कहा कि ”आज पहला दिन है, तो ब्रिज घूमने आए हैं, देखने के लिए कि ब्रिज कैसा बना है. ब्रिज बहुत अच्छा है, महाराष्ट्र गवर्नमेंट और मोदी सरकार का बहुत-बहुत धन्यवाद.” उनकी सहयात्री ने कहा कि, 15 मिनिट में ही पहुंच गए.
”थैंक्स टू नरेंद्र मोदी सर”
नवी मुंबई से कार से आया एक परिवार बहुत उत्साहित दिखा. कार ड्राइव कर रहे व्यक्ति ने कहा, ”उलवे से हम लोग (पुल को) देखने, इंज्वाय करने के लिए आए हैं. अमेजिंग… हम लोग 20 मिनिट में यहां आ गए.. बहुत बढ़िया. रियली थैंक्स टू नरेंद्र मोदी सर, आपने नवी मुंबई के लिए बहुत बढ़िया काम किया है.” टोल के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि, ”टोल रनिंग में ही कट जाता है, बस आपको फास्टैग अपग्रेट करना है. ब्रिज पर ड्राइविंग में मजा आया, बहुत बढ़िया है.”
कार में सवार एक महिला ने कहा कि, ”बहुत मजा आया, इट इज अमेजिंग.. हम वास्तव में इस अनुभव के लिए पीएम मोदी सर को धन्यवाद कहना चाहते हैं.” उन्होंने इसके बाद नारा लगाया- ”हर-हर मोदी…” कार में सवार एक अन्य महिला ने बताया कि उन्होंने कार से एलिफेंटा केव देखी. बहुत अच्छा एक्सपीरिएंस है.
अटल सेतु कनेक्टिविटी का एक बहुत बड़ा केंद्र
अटल सेतु एक तरह से गेम चेंजर होगा, क्योंकि यह कनेक्टिविटी का एक बहुत बड़ा केंद्र बनने जा रहा है. दक्षिण मुंबई के शिवड़ी इलाके से ब्रिज के जरिए सिर्फ 20 मिनिट में नवी मुंबई के चिरले पहुंच सकते हैं. वहां से जेएनपीटी जाना आसान होगा. इससे मुंबई गोवा हाईवे पर भी जा सकते हैं. इस पुल से मुंबई-पुणे एक्सप्रेस-वे पर भी पहुंच सकते हैं. यह हर तरफ से लोगों को कनेक्ट कर रहा है. यहां तक कि नवी मुंबई में जो नया इंटरनेशनल एयरपोर्ट बन रहा है, वहां तक 30 मिनट में पहुंचा जा सकेगा.
ओरन से आए एक व्यक्ति ने बताया कि बहुत बढ़िया अनुभव रहा. उन्होंने बताया कि वे कोर्ट में काम से आए हैं. उनसे जब पूछा गया कि अब क्या इसी रास्ते का इस्तेमाल करेंगे तो उन्होंने हामी भरी. जब उनसे पूछा कि रोज दोनों तरफ का ढाई-ढाई सौ टोल लगेगा तो उन्होंने कहा कि, ”कोई बात नहीं, पेट्रोल बचेगा, टाइम भी तो बचेगा.”
अटल सेतु पर टोल ज्यादा है, लेकिन यदि ईंधन के हिसाब से केलकुलेट करें तो इस रास्ते पर बचत होगी. यदि नवी मुंबई वासी से होकर चिरले तक जाते हैं तो दूरी 57 किलोमीटर होती है, जबकि यह 22 किलोमीटर ही है. यानी दो लीटर पेट्रोल बचेगा.
”सोच नहीं सकते थे कि इतना अच्छा पुल बना”
नवी मुंबई से आईं एक महिला ने कहा कि, ”घूमने आए हैं, बहुत अच्छा लगा. सब कुछ अच्छा है, व्यू बहुत अच्छा है.” कार ड्राइव करने वाले व्यक्ति ने कहा कि, ”ड्राइव करने में बहुत अच्छा लगा. सोच नहीं सकते थे कि इतना अच्छा (पुल) बनाया है.” नवी मुंबई के एक यात्री ने अपने अनुभव के बारे में कहा कि, ”बहुत अच्छा लगा. एक नंबर काम किया है मोदी जी ने. टाइम बहुत बच रहा है.”
कार में आए एक न्यायाधीश से अटल सेतु के अनुभव के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि, बहुत बढ़िया अनुभव रहा. उन्होंने बताया कि वे पुणे से आ रहे हैं. बहुत समय बच गया, कोर्ट में जल्दी पहुंचेंगे.
अटल सेतु का निर्माण करने वाली टीम का हिस्सा रहे इंजीनियर कार्लोस भी कार से पुल पार करके आए. उन्होंने बताया कि वे पुल पार करके अपने ऑफिस जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि इस ब्रिज पर से ड्राइव करना बहुत आसान और सुरक्षित है. उन्होंने कहा कि, ”मैं तो इस पर से रोज आता जाता हूं, लेकिन मेरा विश्वास है कि इस पर से आने-जाने वाले सभी लोगों का अनुभव बहुत अच्छा रहेगा.”
लोगों ने कैमरों में कैद किए खूबसूरत दृश्य
इस 6 लेन के पुल पर कोई सिग्नल नहीं है. इस पर 100 किलोमीटर प्रति घंटे की गति सीमा है. पुल पर कहीं रुकने की इजाजत नहीं है. हालांकि आज पहले दिन ट्रैफिक कम होने के कारण कोई सख्ती नहीं थी. लोग कारें रोककर परिवार के साथ ब्रिज पर से खूबसूरत दृश्यों को अपने कैमरों में कैद करते हुए दिखे.