पीरियड के दौरान शारीरिक संबंध बनाने को लेकर तमाम तरह की भ्रांतियां हैं। मेडिकल साइंस के मुताबिक पीरियड में शारीरिक संबंध पूरी तरह सुरक्षित है। डॉक्टरों के मुताबिक इस बात के कोई सबूत नहीं हैं कि पीरियड में शारीरिक संबंध बनाने से किसी तरह का नुकसान हो सकता है। लेकिन मासिक धर्म के दौरान फिजिकल रिलेशन बनाते वक्त दो चीजों का अनिवार्य तौर पर ध्यान रखना चाहिए। पहला- पार्टनर की सहमति और दूसरा प्रोटेक्शन।
पीरियड में शारीरिक संबंध से कौन सी बीमारियां हो सकती हैं?
डॉक्टरों के मुताबिक पीरियड के दौरान शारीरिक संबंध बनाने से महिला और पुरुष दोनों को एसटीआई ( Sexually Transmitted Infection) का खतरा रहता है।नोएडा के फेलिक्स हॉस्पिटल में में वरिष्ठ महिला रोग विशेषज्ञ डॉ. चारू यादव, Jansatta.com से बातचीत में कहती हैं कि पीरियड के दौरान महिलाओं की सर्विक्स (Cervix) ज्यादा ओपन रहती है और वजाइना का पीएच बैलेंस (PH balance) असामान्य रहता है। ऐसे में महिलाओं को बैक्टीरियल और वायरल इंफेक्शन का ज्यादा खतरा रहता है। खासकर पीआईडी (Pelvic Inflammatory Disease) बहुत कॉमन है।
Read More :- Competition Exam Preparation: बिना कोचिंग के बैंक परीक्षा कैसे पास करें
पीरियड ब्लड से पुरुषों को हो सकता है इंफेक्शन?
क्या पीरियड में फिजिकल रिलेशन बनाने या पीरियड ब्लडसे पुरुषों को इंफेक्शन का खतरा ज्यादा है? इस सवाल पर डॉ. चारू कहती हैं कि ऐसा बिल्कुल नहीं है। मेल और फीमेल, दोनों पार्टनर को यौन संचारित इंफेक्शन (STI) का समान रूप से खतरा रहता है। इसीलिये इस अवधि में फिजिकल रिलेशन को अवाइड करना चाहिए या अनिवार्य तौर पर कंडोम या डेंटल डैंम्स (Dental Dams) का इस्तेमाल करना चाहिए। महिलाएं, फीमेल कंडोम भी यूज कर सकती हैं।
STI के 5 लक्षण क्या-क्या हैं?
- प्राइवेट पार्ट में दुर्गंध
- लगातार खुजली
- पेनफुल फिजिकल रिलेशन
- चकत्ते (Rashes)
- गांठ, घाव या अल्सर
- यूरिन के दौरान दर्द
- असामान्य ब्लीडिंग