India vs England: 20 जून को हेडिंग्ले के मैदान में पहली गेंद फेंके जाने के वक्त शायद ही किसी ने सोचा होगा कि भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज का फैसला बिल्कुल अंत में जाकर होगा. नए कप्तान शुभमन गिल के नेतृत्व में अनुभवहीन टीम इंडिया ने मेजबान इंग्लैंड को कड़ी टक्कर देकर न सिर्फ परेशान किया बल्कि सीरीज में बराबरी की उम्मीदों को बरकरार रखा. टीम इंडिया के जुझारू प्रदर्शन का ही नतीजा था कि इस टेस्ट सीरीज का फैसला 25वें दिन जाकर होगा. जी हां, ओवल टेस्ट मैच के चौथे दिन जो ड्रामा हुआ, उसके कारण इस मुकाबले और सीरीज का फैसला आखिरी दिन पर टालना पड़ गया.
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ओवल टेस्ट मैच के चौथे दिन इंग्लैंड को जीतन के लिए 324 रन चाहिए थे, जबकि टीम इंडिया को 9 विकेट की जरूरत थी. जिस तरह पहले सेशन में टीम इंडिया ने 2 विकेट हासिल किए थे, उससे यही लगा था कि ये मैच उसी दिन खत्म हो जाएगा और टीम इंडिया सीरीज में बराबरी कर लेगी. मगर इसके बाद हैरी ब्रूक और जो रूट ने विस्फोटक शतक जमाए और इंग्लैंड को जीत के करीब पहुंचा दिया. एक बार फिर मैच चौथे दिन ही खत्म होता नजर आ रहा था था. मगर तीसरे सेशन में एक घंटे के खेल के बाद जो ड्रामा हुआ, उसने सब कुछ बदल दिया.
ओवल में आखिरी सेशन में हुआ ड्रामा
बारिश के कारण तीसरे सेशन का खेल थोड़ी देरी से शुरू हुआ और जो रूट अपना शतक पूरा किया. इस वक्त उनके साथ जैकब बैथेल थे और इंग्लैंड जीत से करीब 40 रन ही दूर थी. मगर तभी प्रसिद्ध कृष्णा ने इन दोनों बल्लेबाजों को पवेलियन लौटाकर टीम इंडिया की वापसी कराई. इसके बाद भारतीय गेंदबाज हावी हो गए और इंग्लैंड को एक-एक रन के लिए संघर्ष करना पड़ा. जब इंग्लैंड का स्कोर 339 रन था, तभी मैदान के ऊपर काले बादल छा गए और रोशनी बिल्कुल कम हो गई. साथ ही बारिश भी आने लगी और सभी को पवेलियन लौटना पड़ा.
खेल रोके जाने के समय इंग्लैंड जीत से 35 रन दूर थी, जबकि टीम इंडिया को सिर्फ 4 विकेट की जरूरत थी. मगर बारिश ने खेल रोक दिया और फिर करीब 40 मिनट के बाद जब दोनों अंपायर ने मैदान का जायजा लिया तो एक ही फैसला हुआ- दिन का खेल खत्म. यानि चौथे दिन बचे हुए डेढ़ घंटे का खेल खराब हो गया, जिसमें फैसला आना तय था.
25वें दिन पर टला एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी का फैसला
इसका असर ये हुआ कि इस मैच और सीरीज का नतीजा आखिरी यानि 25वें दिन पर टल गया. असल में 5 टेस्ट मैच की ये सीरीज फैंस के लिए एकदम पैसा वसूल साबित हुई. ऐसा इसलिए कि सीरीज के पिछले चारों मैच पूरे 5-5 दिन चले. यानि ओवल टेस्ट से पहले एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के पूरे 20 दिन का खेल देखने को मिला था. हालांकि ओवल टेस्ट 4 दिन में ही खत्म होता दिख रहा था, मगर बारिश ने ये सुनिश्चित किया कि पिछले चारों मैच की तरह आखिरी मुकाबले और इस सीरीज का फैसला भी आखिरी दिन ही हो.
