यूरोप के एयरस्पेस में बढ़ी घुसपैठ की घटना, राष्ट्रपति जेलेंस्की बोले- रूस ने दागी 550 ड्रोन और मिसाइलें
रूस के हवाई हमलों और ड्रोन हमलों के बाद पोलैंड ने एयरस्पेस की सुरक्षा बढ़ा दी. यूक्रेन के लविव और अन्य पश्चिमी क्षेत्रों में मिसाइल और ड्रोन हमलों से बिजली बाधित और पब्लिक ट्रांसपोर्ट प्रभावित हुआ. पूर्वी यूरोप में ड्रोन घुसपैठ की घटनाओं में भी तेजी देखी जा रही है.
कीव संघर्ष एक बार फिर यूरोप की सीमाओं तक पहुंच गया है. रूस के ताजा हवाई हमलों के बाद NATO सदस्य देश पोलैंड ने रविवार को अपने विमानों को स्क्रैम्बल कर एयरस्पेस सुरक्षा को उच्चतम स्तर पर कर दिया. यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि रूस ने 50 से अधिक मिसाइलों और लगभग 500 ड्रोन के साथ यूक्रेन पर हमला किया.
ने कहा कि हमले में क्रूज मिसाइलें, शहीद ड्रोन, किंजल मिसाइलें और अन्य हथियार शामिल थे. हमले का मुख्य निशाना लविव (Lviv), इवानो-फ्रैंकिवस्क, ज़ापोरिज्जिया, चेर्निहीव, सूमी, खार्किव, खेरसॉन, ओडेसा और किरोवोहराद क्षेत्र रहे.
लविव, जो पोलैंड की सीमा से सिर्फ 70 किलोमीटर दूर है, सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ. अधिकारियों ने बताया कि यहां मिसाइल और ड्रोन हमलों की बारिश हुई, बिजली आपूर्ति बाधित हुई और पब्लिक ट्रांसपोर्ट बंद हो गया.
एयर डिफेंस सिस्टम यूक्रेन में रहा एक्टिव
लविव के मेयर आंद्रे सादोवी ने कहा, “शहर की वायु रक्षा प्रणाली पूरी ताकत से सक्रिय रही. पहले ड्रोन हमला हुआ, फिर मिसाइलें दागी गईं. कुछ इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित है और सड़कों पर निकलना खतरनाक है.
पोलैंड की ऑपरेशनल कमांड ने अपने एक्स (X) पोस्ट में लिखा, “पोलिश और सहयोगी विमानों को हमारे हवाई क्षेत्र में तैनात किया गया है. साथ ही एयर डिफेंस और रडार सिस्टम को उच्चतम सतर्कता पर रखा गया है.”
पूर्वी यूरोप में ड्रोन घुसपैठ और एयरस्पेस उल्लंघन की घटनाएं
पूर्वी यूरोप में हाल के महीनों में ड्रोन घुसपैठ और एयरस्पेस उल्लंघन की घटनाएं बढ़ गई हैं. सितंबर में पोलैंड ने अपने हवाई क्षेत्र में घुसे रूसी ड्रोन को मार गिराया था, जबकि डेनमार्क और जर्मनी में ड्रोन की वजह से हवाई यातायात प्रभावित हुआ.
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