भारत में बढ़ती आबादी को देख बाजार में वस्तुओं की मांग बढ़ती जा रही है। ऐसे में वस्तुओं की बढ़ती मांग को देखते हुए आप कॉटन बड्स (cotton buds) का एक बेहतर बिजनेस आइडिया साबित हो सकता है। इसमें लागत बेहद कम और मुनाफा ज्यादा होता है। भारत सरकार भी मेड इन इंडिया को बढ़ावा दे रही है। नए स्टार्टअप्स और बिजनेस के लिए आर्थिक सहायता मिलती है। कॉटन बड्स का बिजनेस आप घर बैठे भी शुरू कर सकते हैं। Cotton Buds आप मशीन के जरिए बना सकते हैं। शुरुआती दौर में छोटी मशीनों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
Cotton Buds बनाने के लिए एक पतली सी छड़ी चाहे वह प्लास्टिक से बनी हो या फिर लकड़ी से। दोनों सिरों पर रुई को लगा दी जाती है। ताकि जब कानों की सफाई के लिए किया जाये तो ये उन्हें नुकसान न पहुंचा सकें। इन्हें ही Cotton Buds या Cotton Swab कहा जाता है।
कॉटन बड्स बनाने के लिए सामान
कॉटन बड्स बनाने के लिए उसकी स्टिक आमतौर पर लकड़ी की बनाई जाती है। यह ईको फ्रेंडली भी होते हैं। लकड़ी से बने स्पिंडल को ले आए। जिसकी लंबाई 5 cm से 7 cm होनी चाहिए। बाजार में यह आपको मामूली कीमत में आसानी से मिल जाएगा। इसके बाद कपास यानी रुई की जरूरत पड़ेगी। जिसे आप स्पिंडल के दोनों सिरों पर लगाएंगे। आपको रूई भी बाजार में कम कीमत में आसानी से मिल जाएगी। बड्स पर दोनों तरफ रुई चिपकाने के लिए आपको एक ऐसा चिपकाने वाला पदार्थ इस्तेमाल करना होगा, जो उसके दोनों सिरों पर लगाया जाए। ताकि उस पर चिपकने वाली रुई मजबूती से चिपक सके।
कॉटन बड्स के लिए केमिकल की जरूरत
कॉटन बड्स पूरी तरह से तैयार होने के बाद उनके ऊपर सैलूलोज पॉलिमर केमिकल (cellulose polymer chemicals) लगा दें। ताकि रुई में स्पॉटिंग और फफूंदी ना लगे। इससे रुई के कॉटन बड्स लंबे समय तक टिके रहते हैं और खराब नहीं होते हैं।
कॉटन बड्स के बिजनेस से कैसे करें कमाई
कॉटन बड्स बनाने के बाद आप मेडिकल स्टोर, अस्पताल, टेस्टिंग लैब्स, कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स की दुकानें, ब्यूटी पॉर्लर सेंटर, इलेक्ट्रानिक रिपेयरिंग मार्केट, पेन्टिंग प्रोडक्ट मार्केट में बेच सकते हैं। आजकल मिनी स्टोर, जनरल स्टोर जहां पर बहुत से मेडिकल इक्विपमेंट आदि बिकते हैं। वहां पर भी कॉटन बड्स को बेचा जा सकता है।