दिल्ली के राजेंद्र नगर स्थित एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से तीन IAS अभ्यर्थियों की मौत के बाद अब एक्शन शुरू हो गया। ताजा मामले में दिल्ली नगर निगम की टीम ने मुखर्जी नगर में Drishti IAS Coaching सेंटर के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। नगर निगम की टीम ने बेसमेंट में चल रहे दृष्टि IAS कोचिंग सेंटर को सील कर दिया है।
दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में बेसमेंट में चल रहे सेल्फ स्टडी सेंटर में डूबने से दो छात्रा व एक छात्र की मौत की घटना के तीसरे दिन दिल्ली नगर निगम ने मुखर्जी नगर में बड़ी कार्रवाई की।
राजधानी की बड़ी आईएएस कोचिंग एकेडमी में शामिल दृष्टि आईएएस (मेसर्ज दृष्टि-द विजन) के नेहरू विहार स्थित बड़े सेंटर को नगर निगम की टीम ने सोमवार दोपहर को सील कर दिया। यह काेचिंग सेंटर वर्धमान मॉल के बेसमेंट में चल रहा था।
एक हॉल में 250-300 छात्र-छात्रा लेते थे काेचिंग
इस बेसमेंट में 7-8 बड़े हॉल में कोचिंग क्लास लगती थी और एक हॉल में 250-300 छात्र-छात्रा काेचिंग लेते थे। नगर निगम की इस कार्रवाई को मुखर्जी नगर में अब तक की बड़ी कार्रवाई माना जा रहा है। निगम की अचानक हुई इस कार्रवाई के चलते कोचिंग सेंटर संचालक व बच्चे अपना सामान भी नहीं निकाल पाए।
दिल्ली नगर निगम की सिविल लाइन जोन की टीम दल-बल के साथ सोमवार सुबह साढ़े 10 बजे मुखर्जी नगर के नेहरू विहार पहुंची। यहां वर्धमान मॉल के बेसमेंट में चल रहे दृष्टि आईएएस कोचिंग (Drishti IAS Coaching) सेंटर को सील करने की कार्रवाई शुरू की।
घंटेभर की कार्यवाही के बाद कोचिंग सेंटर के सभी एग्जिट गेट सील कर दिए गए। कोचिंग सेंटर के चार-पांच मुख्य गेट के अलावा अन्य दरवाजों पर सील किया गया। बताया जाता है कि यह कोचिंग सेंटर वर्धमान मॉल के टावर नंबर एक, दो व तीन के बेसमेंट में चल रहा था।
इस कार्रवाई के दौरान बड़ी संख्या में कोचिंग लेने वाले युवा और तमाशबीन मौके पर जुटे रहे। नगर निगम के एक अधिकारी ने बताया कि बेसमेंट में 7-8 बड़े आकार के हॉल में कोचिंग क्लास चलती थी।
एक कोचिंग क्लास में 250-300 तक विद्यार्थियों को पढ़ाया जाता था। यानी, एक बैच में 1800-2000 विद्यार्थियों को कोचिंग दी जा रही थी।
विद्यार्थी अपनी पुस्तकें भी नहीं निकाल पाए
दृष्टि आईएएस में कोचिंग लेने वाले एक विद्यार्थी ने बताया कि रात 11 बजे वे लोग पढ़कर गए थे। रात एक बजे मैसेज आया कि सुबह सेंटर बंद हो रहा है। उन्होंने मैसेज सुबह देखा।
यहां पहुंचे तो सेंटर सील किया जा चुका था।उनके जरूरी नोट्स व पुस्तकें कोचिंग सेंटर की लाइब्रेरी में ही रह गई। अगले महीने मेन्स एग्जाम है। अब कैसे होगा, यह सोच कर तनाव महसूस कर रहे हैं।