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February 23, 2025 5:24 pm

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हाथरस: कहा- जो आया है, वो जाएगा भी……’स्‍वास्‍थ्‍य लाभ कर रहे भोले बाबा तक पहुंच पाएगी यूपी पुल‍िस?

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उत्तर प्रदेश के हाथरस में 2 जुलाई को हुई भगदड़ में 123 लोगों की दर्दनाक मौत हुई थी। भगदड़ स्वयंभू संत ‘भोले बाबा’ के सत्‍संग में मची थी। उसके बाद से बाबा भक्‍तों से दूर हैं और पुल‍िस उनसे दूर है। इस बीच गाहे-बगाहे उनका बयान आता रहता है। ताजा प्रत‍िक्र‍िया में सूरज पाल उर्फ भोले बाबा ने पीटीआई से कहा है कि अनहोनी को कौन टाल सकता है…और जो आया है उसे एक न एक दिन तो जाना ही है। साथ ही, यह भी दोहराया कि सत्संग के दिन साजिश हुई थी, जिस वजह से इतने लोगों की मौत हो गई।

बुधवार को बाबा कासगंज के पटियाली स्थित अपने पैतृक गांव बहादुर नगर के आश्रम पहुंचे। यहां वह बहुत कम आते हैं। उनके वकील एपी सिंह ने स्‍थानीय मीडिया को बताया क‍ि वह डॉक्‍टर्स की सलाह पर स्‍वास्‍थ्‍य लाभ के ल‍िए यहां आए हैं।

हाथरस कांड की जांच कर रही पुल‍िस की ओर से बाबा पर कोई श‍िकंजा नहीं है। बाबा से पूछताछ तक नहीं हुई है। भारत में अध्यात्म और धर्म से जुड़े ऐसे कई बाबा सामने आए हैं जिनके लाखों अनुयायी हैं और जो खुद को स्वयंभू देवता मानते हैं। इनमें से कई बाबाओं से जुड़े बड़े विवाद सामने आए हैं। कई ने बार-बार अपनी ताकत, अपने भक्तों के विश्वास का दुरुपयोग किया है और बलात्कार, हमला, अपहरण और हत्या जैसे जघन्य अपराध किए हैं।

कई बाबा ऐसे हैं ज‍िन पर अंतत: पुल‍िस को श‍िकंजा कसना ही पड़ा। भले ही अदालती दबाव में या क‍िसी अन्‍य वजह से। इनमें से कुछ जेल में हैं, कुछ पकड़े नहीं गए और कुछ भागने में कामयाब रहे। आइये जानते हैं ऐसे कुछ स्वयंभू बाबाओं के बारे में जिनके नाम के साथ कई विवाद जुड़े हुए हैं।

नाबालिग के साथ बलात्कार के आरोप में जेल में हैं आसाराम

आसाराम बापू – 81 साल के स्वयंभू संत आसाराम बापू को 2023 में रेप से जुड़े एक मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गयी थी। आसाराम को बुरी आत्माओं से छुटकारा दिलाने के बहाने 2013 में राजस्थान में एक नाबालिग के साथ बलात्कार करने के लिए एक विशेष ट्रायल कोर्ट द्वारा आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। आसाराम के खिलाफ दर्ज अन्य मामलों में अतिक्रमण, गवाहों पर हमला और उनके आश्रम में हुई कई मौते शामिल हैं।

गुरमीत राम रहीम- आध्यात्मिक संप्रदाय डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरुमीत राम रहीम सिंह को पंचकुला की एक विशेष सीबीआई अदालत ने बलात्कार के एक मामले में दोषी घोषित किया था। बाबा की एक अनुयायी ने राम रहीम पर हरियाणा में सिरसा के पास डेरा परिसर के अंदर उसके साथ बार-बार बलात्कार करने का आरोप लगाया था। खुद को ‘मैसेंजर ऑफ गॉड’ कहने वाले आध्यात्मिक गुरु, अभिनेता, फिल्म निर्माता राम रहीम को 2017 में दो अनुयायियों के साथ बलात्कार के जुर्म में 20 साल कारावास की सजा सुनाई गयी थी।

राम रहीम को सजा सुनाये जाने के बाद उसके अनुयायियों ने जमकर उत्पात मचाया था

राम रहीम को सजा सुनाये जाने के बाद उसके अनुयायियों ने जमकर उत्पात मचाया था। हरियाणा, चंडीगढ़ के कई हिस्सों में हुए बवाल के दौरान कई लोगों ने जान गंवाई थी। बाबा के अनुयायियों ने ट्रेनों, बसों से लेकर कई सार्वजनिक संपत्तियों को आग लगाई थी और नुकसान पहुंचाया था।

राम रहीम के साथ ही डेरा सच्चा सौदा के तीन अन्य प्रमुख भी 2019 में जर्नलिस्ट राम चंद्र छत्रपति की हत्या में दोषी पाये गए थे। छत्रपति की 2002 में गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी क्योंकि उसके अखबार में कुछ लेटर छापे गए थे जिनमें बताया गया था कि कैसे राम रहीम अपने आश्रम में महिलाओं का शोषण करता है।

2021 में चार अन्य आरोपियों के साथ राम रहीम को डेरा मैनेजर की हत्या की साजिश रचने के जुर्म में सजा सुनाई गयी। जेल में बंद डेरा सच्चा सौदा प्रमुख को पिछले दो सालों में 7 बार पैरोल दी जा चुकी है।

संत रामपाल- हरियाणा में सतलोक आश्रम के संस्थापक हत्या, देशद्रोह जैसे मामलों में जेल में हैं। रामपाल पर सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ना, दंगा, हमले जैसे आरोप हैं। बाद में उसे चार महिलाओं की हत्या के जुर्म में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गयी।

आर्य समाज पर संत रामपाल का आपत्तिजनक बयान

2006 में उन्होंने धार्मिक संप्रदाय आर्य समाज पर आपत्तिजनक बयान दिया था। जिसके बाद रामपाल के समर्थकों और आर्य समाज के अनुयायियों के बीच टकराव शुरू हो गया। 2014 में जब पुलिस हत्या के आरोप में रामपाल को गिरफ्तार करने गई तो उसके अनुयायियों ने एक सप्ताह से अधिक समय तक सड़क और रेल यातायात को रोक दिया और आश्रम के चारों ओर एक ह्यूमन चेन बना दी थी।

रामपाल ने 2010 से 2014 के बीच 42 बार अदालत के समन ठुकरा दिया था। उसके समर्थकों ने पुलिस को रामपाल को हिरासत में लेने से रोका था। उसके हिसार आश्रम के अंदर पांच महिलाओं और एक 18 महीने के बच्चे के शव पाए गए। रामपाल स्वयंभू भगवान बनने से पहले राज्य सिंचाई विभाग में एक इंजीनियर था।

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नित्यानंद का हिंदू राष्ट्र कैलासा

परमहंस नित्यानंद- ध्यानपीठ चैरिटेबल ट्रस्ट, बैंगलोर के संस्थापक नित्यानंद पर रेप का केस है। 2010 में एक तमिल अभिनेत्री के साथ आपत्तिजनक स्थिति में उसका फुटेज सामने आया था। उसके खिलाफ एक पूर्व अनुयायी ने यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज की थी। फिलहाल उस पर बलात्कार और अप्राकृतिक यौनाचार का मामला दर्ज है। परमहंस पर शोषण, हमला और गलत तरीके से अपने अहमदाबाद आश्रम में बच्चों को बंद करने के कई मामले दर्ज हैं। परमहंस 2019 से भारत से फरार है और खुद को अलग हिंदू राष्ट्र कैलासा का शासक बताता है। वह अपने अनुयायियों को अभी भी अध्यात्म की शिक्षा और प्रवचन देता है।

इच्छाधारी भीमानंद- इसे हाईप्रोफाइल सेक्स रैकेट चलाने का दोषी पाया गया था। श्रीमूरथ द्विवेदी नाम का यह शख्स खुद को भीमानंद के रूप में स्थापित करने से पहले 1988 में दिल्ली के एक होटल में गार्ड के रूप में काम करता था। 2010 में उसे हाई-प्रोफाइल सेक्स रैकेट चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

दक्षिण दिल्ली के लाजपत नगर इलाके में एक मसाज पार्लर में मैनेजर की नौकरी के दौरान उसकी मुलाकात एक द्विवेदी उपनाम वाले व्यक्ति से हुई। उसने भीमानंद को कई स्वामियों और संतों के संपर्क में ला दिया। इसके बाद भीमानंद अलग-अलग जगहों पर जाकर सत्संग करने लगा। वो लोगों की समस्याओं को सुलझाने से लेकर शादी कराने और नौकरी दिलाने की आड़ में पैसे बनाना शुरू कर दिया। आगे चलकर वह पूरी तरह से सेक्स रैकेट का सरगना बन गया।

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