दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी नेता अरविंद केजरीवाल की रिहाई की खबर पाकिस्तान में भी सुर्खियां बनी है। पाकिस्तान की मीडिया ने इसे प्रमुखता से प्रकाशित किया है। डॉन ने इस खबर को शीर्षक दिया- ‘मोदी के विरोधी केजरीवाल को भारत की शीर्ष अदालत ने रिहा किया।’ इतना ही नहीं पाकिस्तान के नेताओं ने तो इसे मोदी सरकार की हार बताते हुए खुशियां भी मनानी शुरू कर दी है। पाकिस्तान के पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने इसे मॉडरेट भारत के लिए एक अच्छी खबर बताया है। चौधरी फवाद हुसैन पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत के खिलाफ जहरीली बयानबाजी कर चुके हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की रिहाई की खबर शेयर करते हए चौधरी ने लिखा, ‘मोदी जी एक और लड़ाई हार गए। केजरीवाल रिहा हो गए। उदार भारत के लिए अच्छी खबर।’ इसके साथ ही चौधरी ने अरविंद केजरीवाल की रिहाई से जुड़ी कई पोस्ट को शेयर भी किया है। ये पहली बार नहीं है जब चौधरी फवाद हुसैन ने भारत में चुनाव के दौरान होने वाली घटनाओं पर टिप्पणी की है। इसी महीने की शुरुआत में उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तारीफ की थी और कहा था कि भारत के चुनाव में नरेंद्र मोदी को रोकना जरूरी है।
कांग्रेस नेता का एक वीडियो एक्स पर शेयर करते हुए हुसैन ने लिखा था- राहुल ऑन फायर। इसके बाद एक भारतीय टीवी चैनल से बात करते हुए फवाद चौधरी ने कहा था कि इस समय मोदी को रोकना जरूरी है। चौधरी के बयान पर भारतीय जनता पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी। पीएम मोदी ने बिना चौधरी का नाम लिए कहा था कि पाकिस्तान के नेता शहजादे (राहुल गांधी) की जीत चाहते हैं।
चौधरी ने बताई पीएम मोदी से नफरत की वजह
बयान पर विवाद के बाद चौधरी फवाद हुसैन ने पीएम मोदी के खिलाफ अपनी नफरत की वजह बताई थी। पाकिस्तानी एक्सपर्ट कमर चीमा से बात करते हुए उन्होंने पीएम मोदी के खिलाफ जहर उगला और उन्हें नफरत और सांप्रदायिकता का निशान बताया। उन्होंने कहा, मैं न राहुल गांधी को जानता हूं न मोदी को जानता हूं। लेकिन मेरा एक सिद्धांत हैं कि हर तरह के कट्टरपंथ का विरोध करना है।