अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump ने भारत पर 50 फीसदी टैरिफ लगाने की घोषणा कर दी है और बात सिर्फ यहीं खत्म नहीं होती ट्रंप ने इस बात की भी घोषणा की है कि अमेरिका सेमीकंडक्टर चिप्स पर लगभग 100 फीसदी टैरिफ लगाएगा. ट्रंप के इस एक फैसले से इलेक्ट्रॉनिक्स, होम अप्लायंसेज, ऑटोमोबाइल और डिजिटल प्रोडक्ट्स की कीमतों बढ़ सकती हैं.
ट्रंप ने ओवल ऑफिस में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान बताया कि नई टैरिफ दर अमेरिका में आने वाले सभी चिप्स और सेमीकंडक्टर पर लागू होगी, लेकिन उन कंपनियों पर लागू नहीं होगी जिन्होंने अमेरिका में मैन्युफैक्चरिंग करने की प्रतिबद्धता जताई है या ऐसा करने की प्रक्रिया में हैं. ट्रंप ने कहा, यदि किसी कारणवश आप कहते हैं कि आप निर्माण कर रहे हैं और आप निर्माण नहीं करते हैं, तो हम टैरिफ को जोड़ देंगे, यह जुड़ता जाएगा और हम आपसे बाद में शुल्क लेंगे आपको भुगतान करना होगा.
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इन कंपनियों पर नहीं पड़ेगा असर
डोनाल्ड ट्रंप की ये टिप्पणी कोई औपचारिक टैरिफ की घोषणा नहीं थी और ट्रंप ने इस बारे में कोई और विस्तृत जानकारी नहीं दी है जिस वजह से यह स्पष्ट नहीं है कि नए शुल्क से कितने चिप्स या कौन से देश प्रभावित होंगे. ताइवानी चिप कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चर TSMC जो अधिकांश अमेरिकी कंपनियों के लिए चिप्स बनाती है, इसके अमेरिका में फैक्टरी है इसलिए Nvidia जैसे इसके बड़े ग्राहकों को टैरिफ लागत में वृद्धि का सामना करने की संभावना नहीं है.
एआई चिप की दिग्गज कंपनी ने कहा कि वह अगले चार साल में अमेरिका में बनने वाली चिप्स और इलेक्ट्रॉनिक्स में सैकड़ों अरब डॉलर का निवेश करने की योजना बना रही है. लेकिन फिलहाल एनवीडिया के प्रवक्ता ने इस खबर पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. इकनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, निवेश सलाहकार फर्म एनेक्स वेल्थ मैनेजमेंट के चीफ इकोनॉमिस्ट ब्रायन जैकबसन ने कहा, बड़ी, कैश रिच कंपनियां जो अमेरिका में निर्माण का खर्च उठा सकती हैं, उन्हें सबसे अधिक लाभ होगा.
