HotelRoom No 13 & 420 Story : हम लोग छोटे-मोटे से लेकर 5 स्टार होटल तक में ठहरे होंगे! पर इस बात पर कभी ध्यान नहीं गया होगा कि होटल में 13 और 420 नंबर का कमरा क्यों नहीं होता है। हमें भी गूगल पर इस तरह की जानकारी दिखी। तब हमने इसके पीछे का सटीक कारण समझने का प्रयास किया। इस बात को हमने जयपुर के एक होटल मैनेजर से बातचीत करके जानने की कोशिश की है।
होटल इंडस्ट्री में करीब 6 साल से बतौर मैनेजर काम कर रहे नवदीप सिंह ने हंसते हुए कहा कि हां, ये बात सच है। होटल इंडस्ट्री में काम कर रहे लोगों को ये बात पता भी है। पर, आम लोगों का ध्यान इस तरफ नहीं जाता है। इसके पीछे का कारण मजेदार और लॉजिकल है।
Room No 13 Story: होटल रूम नंबर 13 की कहानी
नवदीप कहते हैं, मान लीजिए आपको हमारे होटल में कमरा नंबर 13 मिला। पर, आप इसे एक बार हिंदी में उच्चारण करके देखिए, 13 (तेरा) कोई भी तेरह उच्चारण नहीं करता है। ये होटल इंडस्ट्री में असम्मानजनक माना जाता है। संभावित है कि कोई गेस्ट इस बात से नाराज भी हो जाए। इसलिए होटल में कमरा नंबर 13 नहीं होता है। इसके पीछे का कारण सिर्फ सम्मान से जुड़ा है।
Room No 420 Story: होटल रूम नंबर 420 की कहानी
नवदीप कहते हैं, ये बात सीधे तौर पर समझ आती है। किसी को ‘420’ कहना सबसे बड़ी गाली है, यानी उसे धोखेबाज या फ्रॉड बुलाने की तरह है। मोटे तौर पर कहा जाए तो 420 एक सम्मानजनक शब्द नहीं है। ये भारतीय कानून में भी इसी तरह से परिभाषित है। इसलिए, भारत के होटलों में 420 नंबर का कमरा नहीं होता है। 419 के बाद सीधे 421 शुरू हो जाता है।
विदेशों में भी 420 नंबर का कमरा नहीं होता
आपको एक और तथ्य सुनकर हैरानी हो सकती है। पश्चिमी देशों में 420 नंबर को गांजा (Cannabis/Marijuana) पीने के एक कोड के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। वहां, 20 अप्रैल की तारीख को ‘4/20’ (अप्रैल 20) भी कहा जाता है और यह नशे से जुड़ा हुआ है। जब होटलों में यह नंबर होता है, तो अक्सर ऐसे मेहमान आते हैं जो सिर्फ उस नंबर के कमरे में रुककर धूम्रपान करना चाहते हैं। इसलिए वेस्टर्न कंट्री में भी 420 नंबर का कमरा नहीं होता है।






