यादव ने सोमवार को कहा कि अगर उनकी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन के साथ कुछ भी होता है तो इसके लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिम्मेदार होंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री एक “छिपी हुई भूमिगत ताकत” को बढ़ावा दे रहे हैं जो लोगों को अपमानित कर रही है और विपक्ष की आवाज को दबा रही है।
यादव की यह टिप्पणी करणी सेना के सदस्यों द्वारा आगरा में सुमन के आवास पर किए गए हमले के मद्देनजर आई है। यह संगठन संसद में सुमन द्वारा हाल में दिये गये एक बयान का विरोध कर रहा था, जिसमें उन्होंने राजपूत राजा राणा सांगा को “देशद्रोही” कहा था।
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यादव ने यहां प्रेसवार्ता में कहा, “अगर उनके (सुमन) या किसी और के साथ कोई घटना होती है या उन्हें अपमानित भी किया जाता है, तो इसके लिए एकमात्र जिम्मेदार व्यक्ति मुख्यमंत्री होंगे। वह इन समूहों को उसी तरह प्रोत्साहित कर रहे हैं जैसे हिटलर अपने सैनिकों का प्रोत्साहन करते थे।” सपा नेता ने आरोप लगाया कि राज्य में एक “छिपी हुई भूमिगत ताकत” काम कर रही है, जो लोगों को निशाना बना रही है, थानों में उनका अपमान कर रही है और असहमति को दबा रही है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जो लोग कभी भ्रष्टाचार के खिलाफ “जीरो टॉलरेंस (उसे बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करने का) ” का दावा करते थे, वे अब खुद इसमें उलझे हुए हैं। उन्होंने किसी का नाम लिए बिना दावा किया, “उनका अपना एक अधिकारी पकड़ा गया (निवेश प्रस्ताव को मंजूरी देने के लिए पैसे मांगते हुए)। वह मुख्यमंत्री के आवास पर छिपा होगा।”
यादव परोक्ष रूप से आईएएस अधिकारी अभिषेक प्रकाश का जिक्र कर रहे थे, जो ‘इन्वेस्ट यूपी’ के सीईओ के रूप में तैनात थे और हाल में सरकार ने उनका नाम एक परियोजना को मंजूरी देने के लिए पैसे मांगने के आरोप लगने बाद उन्हें निलंबित कर दिया था।
