अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में अपने टैरिफ नीति की वजह से वैश्विक व्यापार जगत में हलचल मचा दी है. इस पॉलिसी के तहत अमेरिका ने अपने ट्रेडिंग पार्टनर्स पर 10 से लेकर 50% तक का टैरिफ ठोक दिया है. जो कल गुरुवार यानी अगस्त 7 से लागू होने जा रहे हैं.
भारत उन देशों में है जिन्होंने ट्रंप की सभी शर्तें नहीं मानीं. नतीजा 25% का सीधा टैक्स. और ट्रंप की टीम अब और ज्यादा टैरिफ लगाने की धमकी भी दे रही है. भारत के साथ दुनिया में कुछ देश ऐसे भी हैं जिन्होंने ट्रंप के टैरिफ के आगे झुकने से साफ इनकार कर दिया. दबाव झेल रहे हैंं, लेकिन अपनी बात पर टिके रहे. आइए इन देशों पर एक नजर डालते हैं.
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भारत: दबाव के बावजूद टिका रहा
भारत पर अमेरिका ने 25% टैरिफ लगाया है, जो शुरुआत में 26% तय किया गया था. इसके पीछे एक प्रमुख वजह भारत का रूस से तेल और हथियारों की खरीद को माना जा रहा है. राष्ट्रपति ट्रंप ने इस पर नाराजगी भी जाहिर की और रूस से नजदीकी को लेकर भारत पर संभावित पेनल्टी की चेतावनी दी. मगर भारत ने साफ कहा है कि वो जो भी फैसला लेगा राष्ट्रहित में लेगा. ट्रंप के टैरिफ के खिलाफ अब रूस भी भारत के साथ खड़ा है.
चीन: पलटवार करने वाला प्रमुख देश
चीन और अमेरिका के बीच टैरिफ युद्ध शुरुआत से ही सबसे बड़ा रहा है. बात यहां तक पहुंच गई कि अमेरिका ने चीन पर भारी भरकम 145% तक टैरिफ लगाया. चीन भी झुकने में मूड में नहीं था, उसने भी इसके जवाब में अमेरिका पर 125% टैरिफ जड़ दिया. बाद में टैरिफ के दर में कमी आई. अमेरिका ने चीन पर 30% और चीन ने अमेरिका पर 10% टैरिफ लागू कर रखा है. हालांकि अब भी दोनों देशों के बीच टैरिफ पर बातचीत का दौर जारी है.
ब्राजील: WTO का सहारा लेने की तैयारी
ब्राजील उन देशों में है जिस पर अमेरिका ने सबसे अधिक, यानी 50% का टैरिफ लगाया है. मगर ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा अमेरिका के दबाव में झुकने को तैयार नहीं है. ब्राजील इस मुद्दे को लेकर विश्व व्यापार संगठन (WTO) में जाने की योजना बना रहा है. मतलब इससे साफ है कि ब्राजील ने अमेरिकी दबाव को सीधे स्वीकार नहीं किया. वहीं ट्रंप ने ब्राजील के राष्ट्रपति को उनसे बातचीत करने का भी प्रस्ताव दिया था जिसे लूला ने ठुकरा दिया है. उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि वे इस मुद्दे पर भारत के पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग से बात करना पसंद करेंगे.
कनाडा: सीमित जवाब, पर छूट भी
कनाडा पर अमेरिका ने 35% टैरिफ लगाया, जो 1 अगस्त से प्रभावी हुआ. लेकिन USMCA (अमेरिका-मेक्सिको-कनाडा समझौते) की वजह से अधिकांश कनाडाई सामानों को इससे छूट मिली है. हालांकि, कनाडा ने भी चीन की तरह अमेरिका पर जवाबी टैरिफ लगाए हैं, जो इसे अमेरिका की टैरिफ नीति का विरोध करने वाले गिने-चुने देशों की सूची में शामिल करता है.
