भले अमेरिका के राष्ट्रपति और विदेश मंत्री ने दावा किया हो कि अमेरिका ने ईरान के परमाणु प्रोग्राम को खत्म कर दिया है. लेकिन इसमें कितना नुकसान हुआ इस बात पर अमेरिका में ही कई पक्ष सामने आए हैं. अब IAEA की ओर से भी एक बयान आया है, जो ईरान की यूरेनियम एनरिच क्षमता के बारे में चौकाने वाले खुलासे कर रहा है.
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के प्रमुख के मुताबिक ईरान के परमाणु प्रतिष्ठानों पर हाल ही में हुए अमेरिकी हमलों के मद्देनजर, ईरान ‘कुछ ही महीनों में’ समृद्ध यूरेनियम का उत्पादन फिर से शुरू कर सकता है.
“वे कुछ ही महीनों में, मैं कहूंगा, कुछ सेंट्रीफ्यूज घुमाकर समृद्ध यूरेनियम का उत्पादन कर सकते हैं, या उससे भी कम समय में.”
अमेरिकी हमलों से गंभीर नुकसान
ग्रॉसी ने कहा कि यह साफ है कि अमेरिकी हमलों ने ‘गंभीर क्षति पहुंचाई है, लेकिन यह पूरी तरह से क्षति नहीं है,” उन्होंने आगे कहा कि ईरान के पास औद्योगिक और तकनीकी क्षमताएं हैं. इसलिए अगर वे चाहें, तो वे इसे फिर से शुरू कर सकते हैं.
ईरान पर फिर होगा हमला
दूसरी अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने ये साफ किया था कि अगर ईरान फिर से परमाणु हथियार बनाने की कोशिश करता है, तो वे फिर हमला करेंगे. वहीं ईरान ने अमेरिका के हमलों के बाद IAEA के साथ समझौते को निलंबित कर दिया है. विदेश मंत्री अराघची ने साफ किया है कि ईरान पर यूरेनियम एनरिचमेंट प्रोग्राम जारी रखेगा
“हथियार बनाने के लिए नहीं ईरान का प्रोग्राम”
ईरान हमेशा से दावा करता आया है कि उसका प्रोग्राम हथियार के लिए नहीं बल्कि सिविल इस्तेमाल के लिए हैं. हालांकि अमेरिकी और इजराइली हमलों के बाद ईरान के कई सांसदों ने कहा है कि ईरान की रक्षा के लिए परमाणु हथियार बनाना जरूरी है.
