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October 16, 2025 6:42 pm

मोदी-ट्रंप की बातचीत पर बोलते हुए क्या चूक कर गए जयराम रमेश, बाद में मांगी माफी!

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच बुधवार को 35 मिनट तक फोन पर लंबी बातचीत हुई. कांग्रेस के नेता जयराम रमेश इस बातचीत पर बयान दे रहे थे. लेकिन वो अपनी टिप्पणी में एक ऐसी चूक कर गए कि फिर उन्हें माफी मांगनी पड़ी. दरअसल, पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच हुई बातचीत को लेकर जयराम रमेश ने कहा, राष्ट्रपति ट्रंप ने भी एक प्रेस नोट निकाला है. जो राष्ट्रपति ट्रंप के नोट में है और जो हमारे विदेश सचिव के नोट में है, इसमें जमीन-आसमान का फर्क है.

इसी के साथ जयराम रमेश ने व्हाइट हाउस का एक पोस्ट भी दिखाया. उनके इसी पोस्ट को लेकर बीजेपी ने उन्हें घेर लिया. बीजेपी के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा, जयराम रमेश ने जनवरी 2025 के एक पुराने अमेरिकी रीडआउट का हवाला दिया है, जबकि कोई नया आधिकारिक अमेरिकी बयान अभी मौजूद नहीं है. अपनी इसी बयान को लेकर जयराम रमेश ने माफी मांगी. जयराम रमेश ने कहा, मैं तो नॉन बायोलोजिकल नहीं हूं. मुझसे एक गलती हुई, और मैंने उसको तुरंत सुधारा. कृपया मेरे इस वक्तव्य का संज्ञान लें.

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“37 दिनों तक PM ने कुछ नहीं कहा”

जयराम रमेश ने कहा, खुद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 14 बार यह दावा किया है कि उनकी मध्यस्थता की वजह से भारत-पाकिस्तान का युद्ध रुक गया था और मैंने दोनों देशों को ट्रेड की बात कही थी. इस दावे पर प्रधानमंत्री मोदी ने 37 दिनों तक कुछ नहीं कहा.

कनाडा में G7 शिखर सम्मेलन के दौरान राष्ट्रपति ट्रंप के साथ फोन पर बातचीत के बाद एक महीने से अधिक समय तक पीएम मोदी की चुप्पी पर जयराम रमेश ने सवाल उठाए. जयराम रमेश ने कहा, अब, 37 दिनों तक, प्रधान मंत्री ने कुछ नहीं कहा. अब, आज, हमें बताया गया है कि उन्होंने राष्ट्रपति ट्रंप के साथ 35 मिनट की बातचीत की थी.

“भारत की कूटनीति को ट्रिपल झटका”

साथ ही जयराम रमेश ने कहा भारत को कूटनीति में ट्रिपल झटका लगा है. उन्होंने कहा, पाकिस्तानी फील्ड मार्शल असीम मुनीर को आज व्हाइट हाउस से अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ भोजन करने का निमंत्रण मिला है. असीम मुनीर ने जनरल रहते हुए आग लगाने वाली एक भड़काऊ बात कही थी, जिसका संबंध सीधे पहलगाम में हुए आतंकी हमले से था.

अब उसी असीम मुनीर को व्हाइट हाउस में भोजन के लिए आमंत्रित करना हमारी कूटनीति और प्रधानमंत्री मोदी के लिए एक बहुत बड़ा झटका है.

दूसरा झटका, कुछ दिन पहले US सेंट्रल कमांड के चीफमाइकल कुरिल्ला ने पाकिस्तान के लिए ‘अभूतपूर्व’ शब्द का इस्तेमाल किया था, जबकि हम तो कहते हैं पाकिस्तान ही आतंक के लिए जिम्मेदार है.

पाकिस्तानी फील्ड मार्शल असीम मुनीर को आज व्हाइट हाउस से अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ भोजन करने का निमंत्रण मिला है। असीम मुनीर ने जनरल रहते हुए आग लगाने वाली एक भड़काऊ बात कही थी, जिसका संबंध सीधा पहलगाम में हुए आतंकी हमले से था।

तीसरा झटका, खुद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 14 बार यह दावा किया है कि उनकी मध्यस्थता की वजह से भारत-पाकिस्तान का युद्ध रुक गया था और मैंने दोनों देशों को ट्रेड की बात कही थी. इस दावे पर प्रधानमंत्री मोदी ने 37 दिनों तक कुछ नहीं कहा. अब आज विदेश सचिव ने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच 35 मिनट तक फोन पर बात हुई.

सर्वदलीय बैठक की मांग

जयराम रमेश ने आगे कहा, हमारा कहना है कि विदेश सचिव ने प्रधानमंत्री के जिस बयान की चर्चा की है, वही बात खुद पीएम मोदी सर्वदलीय बैठक में क्यों नहीं कहते? हम चाहते थे कि प्रधानमंत्री मोदी यही बात संसद के विशेष सत्र में कहें.

उन्होंने आगे कहा, अच्छी बात है कि प्रधानमंत्री मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच बात हुई है. अब भारत लौटने के बाद प्रधानमंत्री मोदी को एक सर्वदलीय बैठक रखकर इस बातचीत से विपक्ष के नेताओं को अवगत कराना चाहिए, लेकिन हमारा सवाल है कि प्रधानमंत्री मोदी चर्चा से क्यों भाग रहे हैं?

हालांकि, अभी देखना होगा कि इस बातचीत के बारे में ट्रंप का क्या बयान आएगा, लेकिन हम विदेश सचिव की बात मान रहे हैं. हम तो चाहते हैं कि पीएम मोदी सर्वदलीय बैठक बुलाएं और ट्रंप से जो बातचीत हुई, उसे दोहरा दें.

बीजेपी ने जयराम रमेश को घेरा

जयराम रमेश ने मोदी-ट्रंप बातचीत पर निशाना साधते हुए व्हाइट हाउस का एक पोस्ट दिखाया था. इसी पोस्ट को लेकर बीजेपी के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने जयराम रमेश को झूठा करार दिया. मालवीय ने कहा कि रमेश ने जनवरी 2025 के एक पुराने अमेरिकी रीडआउट का हवाला दिया, जबकि कोई नया आधिकारिक अमेरिकी बयान मौजूद नहीं है.

उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने ट्रंप से स्पष्ट रूप से कहा कि भारत को तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की न तो जरूरत है और न ही स्वीकार है और पाकिस्तान के अनुरोध पर डीजीएमओ के माध्यम से पाकिस्तान के साथ तनाव कम हुआ.

मालवीय ने कांग्रेस पर भारत की विदेश नीति को बदनाम करने की कोशिश करने का आरोप लगाया और कहा, आज, भारत एक उभरती हुई शक्ति है. कोई भी झूठ उस सच्चाई को कम नहीं कर सकता.

 

Seema Reporter
Author: Seema Reporter

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