नई दिल्ली, 28 अक्टूबर 2025: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के गांधी विहार इलाके में हुए सनसनीखेज यूपीएससी छात्र हत्याकांड में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। आरोपी महिला ने अपनी फॉरेंसिक साइंस की पढ़ाई का इस्तेमाल कर हत्या को दुर्घटना दिखाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस की सतर्कता से पर्दाफाश हो गया। मुख्य आरोपी अमृता चौहान (21) समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
हत्या की भयावह प्लानिंग
पुलिस के अनुसार, यूपीएससी की तैयारी कर रहे 32 वर्षीय रामकेश मीणा की हत्या 5-6 अक्टूबर की रात को उनके चौथी मंजिल के फ्लैट में की गई। अमृता, जो मीणा की लिव-इन पार्टनर थी और फॉरेंसिक साइंस की छात्रा है, ने अपने पूर्व प्रेमी सुमित कश्यप (27) और उसके दोस्त संदीप कुमार (29) के साथ मिलकर यह साजिश रची। तीनों आरोपी उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के रहने वाले हैं।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, “अमृता को पता चला कि मीणा ने उसके इंटीमेट वीडियो चुपके से रिकॉर्ड कर एक हार्ड डिस्क में सेव कर लिए थे। जब मीणा ने उन्हें डिलीट करने से इनकार कर दिया, तो अमृता सुमित के पास पहुंची। सुमित गुस्से में आ गया और बदला लेने के लिए तैयार हो गया।”
कैसे हुई हत्या?
- गला घोंटकर मार डाला: सुमित और संदीप ने मिलकर मीणा का गला घोंट दिया।
- लाश जलाने की तैयारी: अमृता ने खुद तेल, घी और शराब लाश पर डाली ताकि यह पूरी तरह जल जाए और दुर्घटना लगे।
- गैस सिलेंडर का खेल: सुमित, जो एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर का काम करता है, ने किचन से सिलेंडर निकाला। रेगुलेटर खोलकर इसे पीड़ित के सिर के पास रखा और आग लगा दी। करीब एक घंटे बाद सिलेंडर फट गया, जिससे लाश बुरी तरह जल गई।
- सबूत मिटाने की कोशिश: आरोपी फ्लैट का लोहे का गेट अंदर से लॉक कर चले गए। हार्ड डिस्क, दो लैपटॉप और अन्य सामान ले गए। गेट का नेट हटाकर अमृता ने हाथ डालकर लॉक किया।
पुलिस की जांच और गिरफ्तारियां
6 अक्टूबर को आग लगने की सूचना मिली। आग बुझने पर जली हुई लाश मिली। शुरू में इसे दुर्घटना माना गया, लेकिन फॉरेंसिक टीम को आग के पैटर्न में गड़बड़ी मिली।
- सीसीटीवी फुटेज: 5 अक्टूबर रात को दो नकाबपोश पुरुष, फिर अमृता और एक अन्य व्यक्ति बिल्डिंग में घुसते दिखे। उनके जाने के मिनटों बाद आग लगी।
- कॉल डिटेल्स: अमृता का फोन क्राइम सीन के पास था।
- गिरफ्तारियां: 18 अक्टूबर को अमृता को मुरादाबाद से पकड़ा। पूछताछ में उसने पूरी साजिश कबूल की। 21 अक्टूबर को सुमित और बाद में संदीप गिरफ्तार।
पुलिस ने हार्ड डिस्क, ट्रॉली बैग, शर्ट और अपराध में इस्तेमाल फोन बरामद कर लिया। मामला हत्या और सबूत मिटाने की धाराओं में दर्ज है। जांच जारी है।
यह मामला रिश्तों की कड़वाहट और तकनीकी ज्ञान के दुरुपयोग का जीता-जागता उदाहरण है। पुलिस का कहना है कि आरोपी की फॉरेंसिक जानकारी ने उन्हें चुनौती दी, लेकिन साक्ष्य ने सच उजागर कर दिया।





