जयपुर, 3 नवंबर 2025 (समाचार एक्सप्रेस ब्यूरो): राजस्थान की राजधानी जयपुर के व्यस्त लोहा मंडी इलाके में आज दोपहर एक भयानक सड़क हादसे ने पूरे शहर को सदमे की चपेट में ले लिया। रोड नंबर 14 के पास लोहा मंडी रोड पर एक ट्रोला चालक ने भयंकर गति से वाहन चलाते हुए आमजन को रौंद दिया। प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार, इस हादसे में कम से कम 100 लोग घायल हो गए हैं, जबकि कई लोगों की जान चली गई है। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां कई की हालत नाजुक बताई जा रही है।
हादसा दोपहर करीब 1 बजे हुआ, जब लोहा मंडी पेट्रोल पंप की ओर से आ रहा एक तेज रफ्तार ट्रोला (आरजे-14 जीपी 8724) अचानक बेकाबू हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, चालक ने लगभग 300 से 500 मीटर तक अपना कहर बरपाया और एक के बाद एक 17 से अधिक वाहनों को अपनी चपेट में ले लिया। कारें, बाइक, ऑटो रिक्शा और पैदल यात्री—सब कुछ रौंदते हुए ट्रोला आगे बढ़ता रहा। कई वाहन चकनाचूर हो गए, जबकि सड़क पर खून और मलबे का अमानुषिक दृश्य बन गया। कुछ शवों के अंग अलग-अलग जगह बिखरे पड़े मिले। 0 1 3
पुलिस ने बताया कि ट्रोला खाली था और चालक हरमाड़ा थाना क्षेत्र के रोड नंबर 14 से हाईवे पर चढ़ने की कोशिश कर रहा था। संभवतः ब्रेक फेल होने या चालक के नशे में धुत होने के कारण वाहन अनियंत्रित हो गया। हेड कॉन्स्टेबल रविंद्र ने कहा, “ट्रोला ने पहले एक कार को टक्कर मारी, फिर बिना रुके बाइक सवारों और पैदल चलने वालों को कुचल दिया। हादसे में 14 से अधिक मौतें हो चुकी हैं, जबकि घायलों की संख्या 100 को पार कर गई है।” 0 5 8
मौके पर पहुंची हरमाड़ा थाना पुलिस ने तुरंत ट्रैफिक डायवर्ट कर दिया और घायलों को ग्रीन कॉरिडोर बनाकर कांवटिया अस्पताल और अन्य मेडिकल सुविधाओं में पहुंचाया। जयपुर पुलिस आयुक्त ने बताया कि मृतकों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए मॉर्चरी भेज दिया गया है। ट्रोला को क्रेन से हटाने का काम चल रहा है, जिसके कारण VKI क्षेत्र में लंबा जाम लग गया था। चालक को हिरासत में ले लिया गया है और उसके ब्लड सैंपल की जांच की जा रही है। 3 9
यह हादसा राजस्थान में हाल के दिनों का दूसरा बड़ा सड़क कांड है। कल ही जोधपुर के फलोदी में एक टेंपो हादसे में 15 लोगों की मौत हो गई थी। स्थानीय निवासियों ने सड़क सुरक्षा पर सवाल उठाते हुए प्रशासन से तत्काल कदम उठाने की मांग की है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये की सहायता राशि और घायलों को 50 हजार रुपये की आर्थिक मदद की घोषणा की है।
जयपुर में सड़क हादसों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। विशेषज्ञों का कहना है कि व्यस्त इलाकों में स्पीड लिमिट का सख्ती से पालन और नियमित वाहन जांच जरूरी है। इस घटना ने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं कि क्या हमारी सड़कें मौत के सौदागर बन रही हैं? समाचार एक्सप्रेस इस दुखद घटना पर शोक व्यक्त करता है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता है।
(अपडेटेड जानकारी के लिए बने रहें। यह रिपोर्ट पुलिस और प्रत्यक्षदर्शी स्रोतों पर आधारित है।)






