यूक्रेन और गाजा युद्ध के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप युद्ध का सबसे नया फ्रंट तैयार कर रहे हैं. अमेरिका का ग्रीनलैंड के पास बड़ा मूवमेंट ट्रैक हुआ है. ट्रंप प्रशासन ने ग्रीनलैंड के पास न्यूक्लियर कमांड विमान तैनात कए हैं. अटलांटिक में अमेरिकी न्यूक्लियर कमांड विमान की तैनाती के बाद से दहशत का माहौल है.
ट्रंप पहले भी ग्रीनलैंड पर कब्जे की अपनी मंशा जाहिर कर चुके हैं, अब लग रहा है कि ट्रंप ने अपना ग्रीनलैंड प्लान एक्टिव कर दिया है. खबरों के मुताबिक प्रशांत-अटलांटिक सागर में E-6B मर्करी ने उड़ान भरी है.
E-6B मर्करी अमेरिका का न्यूक्लियर कमांड विमान, जिसके बाद से एटमी युद्ध की संभावना बढ़ गई है. अभी ये साफ नहीं ये तैनाती अमेरिका की ओर से सिर्फ डराने या चेतावनी के लिए या ईरान की तरह है अमेरिका यहां भी बढ़ा हमला कर सकता है.
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बोइंग E-6 B मर्करी की खासियत
अमेरिका ने जो बोइंग E-6 B मर्करी विमान तैनात किया है, उसके अंदर विमान में मिसाइल कंट्रोल सेंटर से लेकर मिसाइल लॉन्चिंग की सुविधा है. ये विमान हवा से ही मिसाइल लॉन्च करने की क्षमता रखता है. इस खबर को आप ट्रंप के उन बयानों से समझ सकते हैं, जो उन्होंने ग्रीनलैंड को लेकर दिए.
ग्रीनलैंड पर ट्रंप के ऐलान
ट्रंप ने ग्रीनलैंड को लेकर पांच ऐसे ऐलान किए हैं, जो हैरान करने वाले हैं.
- ग्रीनलैंड को किसी भी कीमत पर लेकर रहेंगे’.
- हमें अपनी सुरक्षा के लिए ग्रीनलैंड की जरूरत.
- इंटरनेशनल सिक्योरिटी के लिए ग्रीनलैंड चाहिए.
- मुझे लगता है हम ग्रीनलैंड को हासिल करके रहेंगे.
- ग्रीनलैंड को किसी न किसी तरीके से हासिल कर लेंगे.
क्यो चाहिए ट्रंप को ग्रीनलैंड?
अब सवाल आता है कि ट्रंप की नजर ग्रीनलैंड पर क्यों है. इसमें सबसे अहम लोकेशन है, ग्रीनलैंड की लोकेशन अमेरिका के लिए रणनीतिक है. अमेरिकी सैन्य सुरक्षा के लिए ग्रीनलैंड महत्वपूर्ण है.
अमेरिका से यूरोप जाने के सबसे छोटे रूट पर ग्रीनलैंड बसा है. ट्रंप यूरोप में USA का केंद्र स्थापित करने की चाहत रखते हैं. शीत युद्ध के दौरान ग्रीनलैंड में बर्फ के नीचे अमेरिकी सैन्य अड्डा था. इसके अलावा ग्रीनलैंड में 25 तरह के क्रिटिकल रॉ मैटेरियल मौजूद, जो अमेरिका को आर्थिक तौर पर बड़ा फायदा दे सकते हैं.
