हे मनुष्य के पुत्र ! जब तक तू स्वयं पाप कर्म में लिप्त है, दूसरे पापों का विचार भी न कर । यदि तूने इस आज्ञा उल्लंघन किया तो तू शापित बन जाएगा और इस साक्षी स्वयं मैं हूँ। – बहाउल्लाह
Author: Sanjeevni Today
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