पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की रिहाई को लेकर इस्लामाबाद में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। रिहाई की मांग को लेकर होने वाले प्रदर्शन से पहले राजधानी में पाकिस्तानी पुलिस ने इमरान खान के हजारों समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया है। गौरतलब है कि इमरान खान एक साल से ज्यादा समय से जेल में हैं और उनके खिलाफ 150 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं। हालांकि उनके समर्थक और उनकी राजनीतिक पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ का कहना है कि ये सभी मामले राजनीति से प्रेरित हैं। पूर्वी पंजाब प्रांत के एक सुरक्षा अधिकारी ने बताया है कि पुलिस ने 4,000 से अधिक इमरान खान के समर्थकों को गिरफ्तार किया है। इनमें पांच सांसद भी शामिल हैं।
पाकिस्तान ने शहर को पंजाब और उत्तर-पश्चिमी खैबर पख्तूनख्वा प्रांतों में पीटीआई के गढ़ों से जोड़ने वाली प्रमुख सड़कों और हाइवे को बंद कर दिया है। वहीं पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा की सीमा पर पुलिस ने पीटीआई के लोगों पर आंसू गैस के गोले भी हैं। इससे पहले रविवार को पाकिस्तान ने सुरक्षा संबंधी चिंताओं का हवाला देते हुए कुछ क्षेत्रों में मोबाइल और इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया था। इस बीच अमेरिकी दूतावास ने राजधानी में अमेरिकियों के लिए एक सुरक्षा चेतावनी जारी की है।
गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने कहा कि अधिकारियों ने इस्लामाबाद के रेड जोन को सील कर दिया है। इनमें प्रमुख सरकारी इमारतें और खान के समर्थकों का ठिकाने शामिल हैं। नकवी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “वहां पहुंचने वाले किसी भी व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।” उन्होंने कहा कि आम लोगों और संपत्ति की सुरक्षा के लिए सुरक्षा उपाय किए गए हैं। उन्होंने लोगों और व्यवसायों को होने वाली इस असुविधा पहुंचाने के लिए पीटीआई को दोषी ठहराया है।
वहीं पीटीआई के प्रवक्ता शेख वकास अकरम ने कहा है कि इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंदापुर के साथ इस्लामाबाद पहुंचने की कोशिश कर रही हैं। अकरम ने कहा, “वह पार्टी कार्यकर्ताओं को उनके हाल पर नहीं छोड़ सकती।”