नई सरकार के गठन के साथ ही लोगों को मकान का पट्टा देने की तैयारी शुरू हो गई है। हालांकि इसमें एक बड़ी अड़चन सामने आई है। पट्टों का जो प्रारूप है, उसमें पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का फोटो है। ऐसे में जयपुर नगर निगम ग्रेटर सहित कई निकायोंने डीएलबी को प्रारूप बदलने के लिए पत्र लिखा है।
डीएलबी अधिकारियों का कहना है कि एक बार मंत्रिमंडल विस्तार हो जाए और विभाग को नए मंत्री मिल जाएं, इसके बाद जल्द ही प्रारूप को बदलवाकर नए पट्टे देने का काम शुरू किया जाएगा। गौरतलब है कि गहलोत सरकार के समय प्रशासन शहरों के संग अभियान शुरू किया गया था। इस अभियान में 10 लाख पट्टे देने का लक्ष्य रखा गया था। मगर सरकार 9 लाख 33 हजार ही पट्टे दे पाई। अभी सभी निकायों के पास करीब 50 हजार पट्टों के आवेदन लंबित पड़े हैं। जनता को यह भी इंतजार है कि क्या सरकार पूर्व में मिल रही छूट को यथावत रखती है या फिर नए सिरे से अभियान को शुरू करती है।
12 हजार से ज्यादा आवेदन लंबित : जयपुर की बात की जाए तो यहां भी 12 हजार से ज्यादा आवेदन लंबित चल रहे हैं। इसमें जयपुर विकास प्राधिकरण के 10 हजार और दोनों नगर निगम के करीब 2500 आवेदन लंबित चल रहे हैं। पूर्ववर्ती सरकार ने अभियान की अवधि को मार्च, 2024 तक बढ़ा दिया था। ऐसे में जो छूट है, वह भी मार्च तक लागू रहेगी।