सियाचिन में दूसरों को बचाते हुए अपनी जान कुर्बान करने वाले कैप्टन अंशुमान सिंह के माता पिता ने अपनी बहू स्मृति सिंह पर गंभीर आरोप लगाए हैं। एक तरफ जहां उनके इन आरोपों से हर कोई हैरान तो वहीं अब उन्हें नसीहत मिलती भी नजर आ रही है। यह नसीहत राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने दी है।
उन्होंने कहा है कि उनके माता-पिता को इस तरह की चीजें बोलने से बचना चाहिए। दरअसल हाल ही में शहीद कैप्टन अंशुमान को मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया था। यह सम्मान उनकी पत्नी स्मृति सिंह को प्रदान किया गया था। उस वक्त उनकी नम आंखे देख हर कोई भावुक हो उठा था। अंशुमान की मां भी इस दौरान उनके साथ मौजूद थीं। हालांकि कुछ दिनों बाद ही स्मृति के सास ससुर ने अपनी बहू पर गंभीर आरोप लगा दिए।
उन्होंने कहा था कि उनकी बहू उन्हें छोड़कर चली गई है और उस एटीएम को भी ब्लॉक कर दिया है जिसे अंशुमान की मां इस्तेमाल करती थीं। उनके माता पिता ने कहा था कि स्मृति अपने साथ कीर्ति चक्र, फोटो, कपड़े और कैप्टन से जुड़ी कुछ और यादें भी अपने साथ ले गई हैं। इस मामले पर अब राष्ट्रीय महिला आयोग रेखा शर्मा का बयान सामने आया है।
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए उन्होंने कहा, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक महिला ने अपना पति खो दिया है और परिवार सोशल मीडिया पर इस तरह की बात बोल रहा है। हमने अभी तक केवल एक पक्ष की बात सुनी है जबकि दूसरा पक्ष संयम रख रहा है। उन्होंने कहा, मैं उनके सास ससुर से अपील करती हूं कि वह संयम रखें और उस लड़की के खिलाफ कुछ ना बोलें जिसे अभी अपनी पूरी जिंदगी जीनी है। उन्होंने कहा, दोनों पक्षों को बैठकर मामले को सुलझाना चाहिए। आपस में बात करना बहुत बड़ी चीज है। बैठकर बात करने से कुछ भी असंभव नहीं होगा।
स्मृति सिंह ने क्या कहा था?
सास ससुर के आरोपों पर स्मृति सिंह की प्रतिक्रिया भी सामने आई थी। उन्होंने कहा था, जिसकी जैसी सोच है, वह वैसा ही कहेगा। इसी के साथ उन्होंने कहा था, मुझे कोई आपत्ति नहीं है। मैं अभी बाहर हूं इसलिए इस बारे में ज्यादा कुछ नहीं पता। मैं वीडियो देखने के बाद इस बारे में कुछ कह पाऊंगी।