अलवर 11 अक्टूबर। जिला कलक्टर डॉ. आर्तिका शुल्का के निर्देशन पर जिला प्रशासन की टीम द्वारा करीब दो साल से घर से गुमशुदा दो बालकों को उनके घर पहुंचाकर परिजनों को उनके घर के चिराग से मिलाकर खुशियों की सौंगात दी है।
जिला बाल संरक्षण इकाई एवं बाल अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक श्री रविकान्त ने बताया कि करीब दो वर्ष पूर्व अलवर स्टेशन पर गुमशुदा मिले मुजफ्फर नगर बिहार निवासी दो बालक चन्दन पुत्र जितेन्द्र कुमार पासवानएवं बालक राजन पुत्र राजेश पासवान जिले के इरादा बाल गृह अलवर में आवासित थे जिनकी जिला कलक्टर के निर्देशानुसार विभाग एवं बाल कल्याण समिति द्वारा दोनों बालकों के घर वापसी के प्रयास हेतु लगातार काउंसलिंग करने पर बालक घोडा फार्म सैक्टर 23 के बारे में बताया। बालकों द्वारा बताए गए संभावित पते पर तलाश हेतु 10 अक्टूबर 2024 को जिला बाल संरक्षण इकाई एवं बाल कल्याण समिति की टीम ने दोनों बच्चों द्वारा बताए पते पर विजिट की। सैक्टर 23 गुडगांव में विजिट के दौरान बालक ताउ देवीलाल पार्क एवं शिव शक्ति मंदिर को पहचान गए। इसके बाद आसपास के लोगों से घोडाफार्म की तलाश की गई जहां पर पहुंचने पर जानकारी मिली कि बालकों के परिजन घोडाफार्म से नौकरी छोडकर जा चुके हैं लेकिन वहां कार्यरत गार्ड की मदद से परिजनों से संपर्क कर उन्हें बुलवाया गया। दोनों बालकों की परिजनों से मिले उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। बालकों के परिजनों ने बताया कि वे गुडगांव में मजदूरी का काम करते हैं तथा एक दिन दोनों बच्चें खेलते-खेलते गुमशुदा हो गए जिनकी तलाश हुए अथक प्रयास करने पर भी बच्चे नहीं मिले आज जिला प्रशासन अलवर ने हमारे बच्चों को हमसे मिलाकर हमारे घर को रोशन किया तथा इस बार की दीपावली बच्चों के साथ मनाने की खुशी दिलाई है इसके लिए अलवर जिला प्रशासन का आभार जताते हैं।
इस दौरान बाल कल्याण समिति अध्यक्ष श्री राजेश शर्मा, संरक्षण अधिकारी श्री सतीश चौधरी व बालगृह संचालक नरेन्द्र सिंह मौजूद रहे।