तालिबान के रक्षा मंत्रालय ने चेतावनी दी है कि अगर पाकिस्तान दोबारा अफ़ग़ानिस्तान की हवाई सीमा का उल्लंघन करता है तो ‘दृढ़तापूर्वक जवाब’ दिया जाएगा.
पाकिस्तान की ओर से इस मामले में अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. लेकिन समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने दोनों देशों के सुरक्षा अधिकारियों के हवाले से कहा कि शनिवार रात सीमा पर कई स्थानों पर झड़पें हुई हैं. पाकिस्तान में सैन्य सूत्रों ने बीबीसी उर्दू से भी इन झड़पों की पुष्टि की.
अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्तान के बीच उपजे तनाव की वजह से क्षेत्र में अशांति और अस्थिरता को लेकर जानकार चिंता ज़ाहिर कर रहे हैं. जानकारों का कहना है कि इस तनाव को बड़े संघर्ष में तब्दील होने से पहले ‘प्रभावशाली देशों को पाकिस्तान पर दबाव’ बनाने की ज़रूरत है.
इस बीच सऊदी अरब और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुए रक्षा समझौते की भी चर्चा है. इस समझौते के तहत इन दोनों देशों में किसी एक पर भी हमला होने की स्थिति में उसे दोनों देशों पर हमला माना जाएगा.
सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान के सीमावर्ती क्षेत्रों में चल रहे तनाव और झड़पों पर गंभीर चिंता जताई है और दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की है.
सऊदी अरब ने कहा कि वह इस मामले पर नज़र रख रहा है.
कुछ जानकारों का कहना है कि पाकिस्तान ने चरमपंथ के मुद्दे पर तालिबान पर दबाव बनाने के लिए काबुल पर एयर स्ट्राइक की. लेकिन सवाल यह है कि क्या इससे चरमपंथ को रोकने में पाकिस्तान को कोई सफलता मिलेगी?
दोनों देशों के बीच एक मुद्दा डूरंड लाइन को लेकर भी है, जिससे यह तनाव और बढ़ जाता है.
अफ़ग़ानिस्तान अंग्रेज़ों के शासन के दौरान खींची गई अफ़ग़ानिस्तान और ब्रिटिश इंडिया के बीच इस सीमा-रेखा को स्वीकार नहीं करता है. डूरंड लाइन के अस्तित्व में आने के बाद काबुल पर हुकूमत करने वाली हर सरकार ने इस लाइन को मंज़ूर करने से इनकार किया है.