Swachhta hi Sanskar Abhiyan : राजधानी जयपुर की कई कॉलोनियों में सफाई सिर्फ शहरी सरकारों की जिम्मेदारी नहीं रही। यहां की विकास समितियां भी इतनी सक्रिय हैं कि ये लोग सफाई का खर्चा खुद उठाते हैं। सुबह जब गाड़ियां सड़क पर नहीं रहती तो नियमित सफाई होती है।
कई कॉलोनियों में तो 15 दिन में एक बार विशेष सफाई अभियान चलाया जाता है। इसमें कॉलोनी के लोग भी सहयोग करते हैं। इतना ही नहीं, विकास समितियों के पास अपने संसाधन भी हैं। राजधानी के वैशाली नगर, चित्रकूट, सिरसी रोड से लेकर जगतपुरा क्षेत्र में कॉलोनी के लोग खुद ही सफाई व्यवस्था संभाल रहे हैं।
इन इलाकों में व्यवस्था
निगम के साथ ये दिक्कत
1- सफाईकर्मियों का अभाव है। कई वार्डों में बमुश्किल 10 सफाईकर्मी भी नहीं हैं। ऐसे में कॉलोनी की सफाई का नम्बर ही नहीं आ पाता।
2- आए दिन सफाईकर्मी अवकाश पर रहते हैं। ऐसे में वार्ड की मुख्य सड़कों पर कई दिन बाद झाड़ू लगती है।
1- इन कॉलोनियों में रिक्शे लेकर घर-घर से कचरा उठाते हैं। ये कचरा बाहर आकर निगम के हूपर में डालते हैं। यह व्यवस्था स्थानीय पार्षद करवाते हैं।
2- कई कॉलोनियों में सुबह-शाम सफाईकर्मी झाड़ू लगाते हैं। ऐसे में सड़कें अन्य कॉलोनियों की तुलना में साफ नजर आती हैं।
1- 30 हजार रुपए तक कॉलोनी की विकास समितियां कर रही हैं।
2- तीन से पांच रिक्शे समितियों ने अपने स्तर पर ही खरीदकर कचरा संग्रहण में लगा रखे हैं।
