बॉलीवुड एक्ट्रेस सुष्मिता सेन को मार्च 2023 में दिल का दौरा पड़ा था. इस खबर ने ना सिर्फ फैंस बल्कि खुद एक्ट्रेस को भी शॉक दे दिया था. सुष्मिता को लगा था कि वो एंजियोप्लास्टी के दौरान ही दम तोड़ देंगी. सुष्मिता ने हाल ही में इसका जिक्र किया. उन्होंने बताया कि वो पूरे प्रॉसिजर के दौरान होश में थीं, उन्होंने डॉक्टर्स को भी खूब तंग किया था.
बेटियों की जिम्मेदारी ने डराया!
सुष्मिता ने बताया कि जब उन्हें दिल का दौरा पड़ा था, उस समय वो अपनी वेब सीरीज ‘आर्या’ के लिए कड़ी ट्रेनिंग कर रही थीं. उनके दिल की 95% धमनियां ब्लॉक हो गई थीं, जिसकी वजह से उन्हें बड़ा हार्ट अटैक आया. डॉक्टरों ने एंजियोप्लास्टी करके स्टेंट डाला और ब्लड फ्लो ठीक किया. अब दिव्या जैन से बातचीत में उन्होंने बताया कि वो पूरी प्रक्रिया के दौरान होश में थीं.
सुष्मिता ने कहा,“जब आपको हार्ट अटैक आता है और आप पूरे समय होश में रहते हैं, तो आपको महसूस होता है कि आप मौत के कितने करीब थे. लेकिन जब आप इससे निकल जाते हैं, तो समझ आता है कि अब ये सब पीछे रह गया है. मेरी जिंदगी में बहुत काम है- मेरी प्रोफेशनल लाइफ, ‘सुष्मिता सेन’ ब्रांड, और दो बेटियों की सिंगल मदर होने की जिम्मेदारी.”
उन्होंने आगे कहा,“बच्चों की सुरक्षा से लेकर उनकी परवरिश तक, सब पर ध्यान देना पड़ता है. इसके बीच मेरे कुछ रिश्ते भी रहे. ये सब देखते हुए मैंने यही सीखा है कि चलते रहना है. मेरे लिए सबकुछ अस्थायी है, यहां तक कि हार्ट अटैक भी. अगर मैं बच नहीं पाती तो कहानी खत्म हो जाती, लेकिन जब बच गई हूं, तो बार-बार उसी बात पर सोचने का क्या फायदा?”
होश में करवाई एंजियोप्लास्टी
सुष्मिता ने आगे कहा कि,“मैं डॉक्टरों के साथ बड़ी बेचैन हो रही थी. मैंने कहा कि मुझे ऑपरेशन के दौरान बेहोश नहीं होना. मैं नियंत्रण खोना पसंद नहीं करती. शायद यही वजह थी कि मैं हार्ट अटैक से बच पाई- मैंने होश में रहने का फैसला किया था.”
सुष्मिता बोलीं,“मैं पूरी प्रक्रिया के दौरान जाग रही थी. मैंने दर्द कम करने की दवाइयां भी नहीं लीं. मैं सबकुछ देखना चाहती थी. मैं डॉक्टरों से बातें कर रही थी और कह रही थी कि जल्दी करो, क्योंकि मुझे शूट पर वापस जाना था. पूरा क्रू जयपुर में मेरा इंतजार कर रहा था.”
उन्होंने कहा,“किसी शो की लीड होने का मतलब बड़ी जिम्मेदारी होती है. 500 लोगों का क्रू आप पर निर्भर होता है. वो मेरी चिंता कर रहे थे, लेकिन मुझे भी इस बात की चिंता थी कि उनके रोजगार पर असर न पड़े. मेरे बिना शूट नहीं हो सकता था. इसलिए मुझे लौटना ही था. काफी समझाने-बुझाने में 15 दिन लगे, तब जाकर उन्होंने मुझे ‘आर्या’ की शूटिंग पर वापस आने दिया.”





