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July 1, 2025 2:32 am

प्लास्टिक मुक्त भविष्य की ओर कदम: मगिलिगन फाउंडेशन के पर्यावरण सप्ताह में सस्टेनेबल जीवनशैली और नवाचार पर जोर

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इंदौर, 15 मई 2025  विश्व पर्यावरण दिवस 2025 के उपलक्ष में जिम्मी एंड जनक मगिलिगन फाउंडेशन द्वारा आयोजित पर्यावरण सप्ताह परिसंवाद के दूसरे दिन का आयोजन रहेजा सोलर फूड प्रोसेसिंग प्राइवेट लिमिटेड परिसर में किया गया। कार्यक्रम की संयोजक पद्मश्री डॉ. जनक पलटा मगिलिगन ने “प्लास्टिक प्रदूषण खत्म करने” हेतु UNEP के वैश्विक आह्वान का उल्लेख करते हुए, प्लास्टिक मुक्त जीवनशैली की आवश्यकता पर बल दिया।

जनक मगिलिगन ने बताया कि 1992 के ब्राज़ील पृथ्वी सम्मेलन से प्रेरित होकर वे बरली महिला विकास संस्थान को प्लास्टिक और कचरा मुक्त बनाने में सफल रहीं। 2011 में उन्होंने अपने सनावादिया स्थित निवास को पूरी तरह आत्मनिर्भर, कचरा मुक्त और पर्यावरण के अनुकूल बनाया है। यह घर 50 आसपास के घरों को स्ट्रीट लाइट की सुविधा भी देता है और प्राकृतिक संसाधनों से संचालित होता है।

रहेजा सोलर फूड प्रोसेसिंग प्रा. लि. के प्रमुख वरुण रहेजा ने बताया कि पद्मश्री जनक मगिलिगन के मार्गदर्शन में उन्हें सोलर ड्रायर्स की क्षमता का अनुभव हुआ। इस कंपनी ने आज हजारों किसानों को सशक्त किया है और खाद्य अपव्यय को कम करते हुए सस्टेनेबल कृषि को बढ़ावा दिया है। वे अब प्लास्टिक प्रदूषण के उन्मूलन के अभियान में सक्रिय भागीदार हैं।

मुख्य वक्ता वीरेंद्र गोयल ने आधुनिक जीवनशैली की छिपी हुई पर्यावरणीय लागतों को उजागर करते हुए बताया कि प्लास्टिक में पैक खाना माइक्रोप्लास्टिक के रूप में शरीर में प्रवेश करता है, जो दीर्घकालिक स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।

जैविक सेतु के सह-संस्थापक उदय भोले ने बताया कि कैसे डॉ. मगिलिगन और अम्बरीश केला के साथ मिलकर एक ऐसा मंच बनाया गया जो स्वच्छ, जैविक और स्थानीय उत्पादों की उपलब्धता सुनिश्चित करता है। जैविक सेतु का नामकरण स्वयं डॉ. जनक द्वारा किया गया था।

आईएएस अधिकारी एवं पर्यावरणविद् श्री पंडित ने प्रतिभागियों को व्यक्तिगत विकास हेतु SWOT विश्लेषण की विधि समझाई और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने हेतु प्रेरित किया।

पर्यावरण विश्लेषक तन्मय मुखर्जी ने चौंकाने वाला आंकड़ा साझा करते हुए बताया कि हर इंसान औसतन 5 ग्राम प्लास्टिक रोज खा रहा है, जो सालाना 250 ग्राम तक पहुँचता है। उन्होंने ग्रामीण अर्थव्यवस्था में बढ़ते बाहरी उपभोक्ता उत्पादों की बिक्री पर चिंता जताई।

कार्यक्रम के अंत में वरुण रहेजा ने सभी वक्ताओं और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम को सार्थक और प्रेरणादायक बताया।

Sanjeevni Today
Author: Sanjeevni Today

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