मिकेल के गोल से 12 साल बाद फिर किया खिताब पर कब्जा, इंग्लैंड का पहली बार चैंपियन बनने का सपना तोड़ा
स्पेन ने रिकॉर्ड चौथी बार यूरो कप जीता.
05 बार स्पेन की टीम फाइनल में पहुंची, चार बार चैंपियन बनी
02 बार फाइनल में पहुंची इंग्लैंड की टीम, दोनों बार हार झेलनी पड़ी
बर्लिन, एजेंसी। तीन बार की चैंपियन स्पेन की टीम ने यूरोपीय फुटबॉल में 12 साल के बाद फिर अपनी बादशाहत साबित कर दी। उसने रविवार रात खेले गए रोमांचक फाइनल में इंग्लैंड को 2-1 से हराकर रिकॉर्ड चौथी बार यूरो कप खिताब पर कब्जा किया। स्पेन ने इससे पहले 1964, 2008 और 2012 में यूरो खिताब जीता है।
इस यूरो में स्पेन ने सातों मैच जीते और एक टूर्नामेंट में सर्वाधिक 15 गोल करने का रिकॉर्ड बनाया।
58 साल से इंतजार : दूसरी ओर इस हार के साथ इंग्लैंड का 1966 के बाद पहला खिताब जीतने का सपना चकनाचूर हो गया। फुटबॉल के जनक इंग्लैंड ने 1966 विश्व कप के बाद कोई बड़ा खिताब नहीं जीता है। जर्मनी में 1936 ओलंपिक के लिए बनाए गए इस स्टेडियम में ट्रॉफी थामे स्पेन के खिलाड़ियों और आसमान में होती आतिशबाजी को इंग्लैंड के खिलाड़ी मायूस निगाहों से देखते रहे।
टीम दो बार फाइनल में पहुंची लेकिन ट्रॉफी उठाने में नाकाम रही है। इंग्लैंड को इससे पहले 2020 में फाइनल में इटली ने पेनल्टी शूटआउट में हराया था। इस हार से उसके सारे जख्म फिर हरे हो गए और ट्रॉफी का इंतजार भी लंबा हो गया।
शुरू से दबदबा रहा : टूर्नामेंट में शुरू से आखिर तक स्पेन का दबदबा रहा। टीम ने फाइनल में 86वें मिनट में मिकेल ओयारजाबाल के गोल के दम पर खिताबी जीत दर्ज की। कप्तान अल्वारो मोराटा के विकल्प के तौर पर मैदान पर उतरे मिकेल ने बाएं विंग से मार्क कुकुरेला के पास को गोल में बदलकर मैच को अतिरिक्त समय में खिंचने से बचाया।
इससे पहले 47वें मिनट में निको विलियम्स ने स्पेन को बढ़त दिलाई जबकि इंग्लैंड के स्थानापन्न खिलाड़ी कोल पामर ने 73वें मिनट में बराबरी का गोल किया। टूर्नामेंट के सबसे युवा खिलाड़ी लामाइन यामल ने विलियम्स के गोल में सूत्रधार की भूमिका निभाई।
यामल-विलियम्स बने स्टार : शनिवार को 17वां जन्मदिन मना चुके यामल की मां गिनीया से और पिता मोरक्को से हैं जबकि विलियम्स के माता पिता घाना के हैं जो बेहतर जीवन की तलाश में यूरोप आ बसे थे। स्पेन पहुंचने के लिए वे खचाखच भरे ट्रक में लदकर और सहारा रेगिस्तान पैदल पार करके पहुंचे थे। विलियम्स का भाई इनाकी घाना के लिए खेलता है लेकिन उसने स्पेन को चुना अब पूरे देश का हीरो बन गया है।
कमेंट
मुझे इससे बेहतर जन्मदिन का तोहफा नहीं मिल सकता था। सपना सच हो गया।
यामल
मेरे माता-पिता ने मुझे यहां तक पहुंचाने के लिए काफी कुछ झेला है। मैं खुश हूं कि मैंने इतिहास रच दिया।
विलियम्स
यामल को सर्वश्रेष्ठ युवा खिलाड़ी का पुरस्कार
स्पेन फुटबॉल की नई सनसनी लामाइन यामल को उनके 17वें जन्मदिन के एक दिन बाद यूरोपीय फुटबॉल चैंपियनशिप के सर्वश्रेष्ठ युवा खिलाड़ी का पुरस्कार मिला। वह यूरो चैंपियनशिप खेलने वाले, इसमें गोल करने वाले और फाइनल खेलने वाले सबसे युवा खिलाड़ी भी बने। बार्सिलोना के लिए खेलने वाले यामल के आदर्श लियोनेल मेसी हैं। वह स्पेनिश लीग में भी गोल करने वाले सबसे युवा खिलाड़ी रहे हैं। उन्होंने एक गोल किया और चार में मदद की। इसके अलावा यूएफा ने स्पेन के मिडफील्डर रोड्री को ‘प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना।
हैरी केन और दानी ओल्मो समेत छह को ‘गोल्डन बूट
बर्लिन। इंग्लैंड के स्ट्राइकर और कप्तान हैरी केन समेत छह खिलाड़ियों ने सर्वाधिक तीन गोल करके गोल्डन बूट जीता। केन के अलावा स्पेन के दानी ओल्मो, जर्मनी के जमाल मुसियाला, नीदरलैंड्स के कोडी गाकपो, स्लोवाकिया के इवान शरांज और जॉर्जिया के जॉर्जेस एम ने भी तीन-तीन गोल किए।
अगर कई खिलाड़ियों ने समान गोल किए हैं तो अब यूएफा उन्हें ‘गोल्डन बूट पुरस्कार साझा करने की अनुमति देता है। पहले ऐसा नहीं था चूंकि पिछली बार पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो और चेक गणराज्य के पैट्रिक शिक के पांच-पांच गोल थे लेकिन एक गोल में सूत्रधार की भूमिका निभाने के कारण रोनाल्डो को विजयी घोषित किया गया।
केन लगातार दो यूरो फाइनल हारने की त्रासदी झेल चुके हैं। तीन साल पहले फाइनल में इटली से पेनल्टी शूट आउट में हारी टीम में भी वह थे। इसके अलावा चैम्पियंस लीग फाइनल और दो बार इंग्लिश लीग्स कप में भी वह फाइनल में पराजय झेल चुके हैं। केन यूरो और विश्व कप में सर्वाधिक गोल करने वाले चार पुरुष खिलाड़ियों में हैं। उन्होंने 2018 विश्व कप में यह कमाल किया था।