हिस्ट्रीशीटर बना श्रवण कुमार, अपनी चमड़ी निकलवा कर बनवा दी चप्पल, मां ने माफ कर लगा लिया गले
त्रेतायुग में श्रवण कुमार थे, जिन्होंने अपना पूरा जीवन माता-पिता की सेवा में बिता दिया. फिर डाकू वाल्मीकि आया, जो ‘मरा-मरा’ कहते-कहते ‘राम-राम’ करने लगा. अब कलयुग में एक हिस्ट्रीशीटर का जीवन रामायण ने बदल दिया. महाकाल की नगरी उज्जैन से अनोखा मामला सामने आया है, जहां एक बदमाश रामकथा पढ़ने के बाद अपराध की … Continue reading हिस्ट्रीशीटर बना श्रवण कुमार, अपनी चमड़ी निकलवा कर बनवा दी चप्पल, मां ने माफ कर लगा लिया गले
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